सीएम ने 150 बेड के डॉ बीएस कुशवाहा आयुर्विज्ञान संस्थान का अनावरण किया।
Kanpur। रामा विश्व विद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि विश्वविद्यालय हमें इस बात का ध्यान रखना है कि चुनौतियां आएंगी और उनका सामना करना होगा। याद रखना व्यक्तिगत स्वार्थ कोई मायने नहीं रखता है। राष्ट्र धर्म को सर्वोपरि मानना होगा। छात्रों को टेली मेडिसिन की सुविधा देकर ग्रामीण लोगों की चिकित्सीय सेवा कर सकते है।
छात्रों विश्वविद्यालय में एक ही कैंपस में सब कुछ मिल रहा है। 12 से 15 हजार लोग रह रहे है। हमें देखना होगा कि कैसे इसमें नवाचार ला सकते है।उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति है। धर्म के मार्ग पर चलो, सत्य का आचरण करो। दुनिया में किसी ने धर्म का मार्ग जाना है तो वह भारतीय ऋषि हैं।कोई भी भारत का धर्म निरपेक्ष यह नहीं कहता कि मैं मंदिर जाऊं या न जाऊं, लेकिन मैं हिन्दू रहूंगा।
भले मै वेदों को न जानू लेकिन हिन्दू हूं। सनातन धर्म ने किसी को वेद या मंत्र तक सीमित नहीं किया। यहां एक ऋषि ने रचना नहीं की, बल्कि हजारों साल, लंबे समय तक कार्य हुए। यह कार्य सीतापुर के निमिष्याणय में हुआ था। भारत ने बुद्ध को सम्मान दिया। हम लोग उस महान परंपरा के वारिस है। वास्तव में यह आपके जीवन का आगे ले जाने का माध्यम है। आज प्रदेश के संस्थानों में कुछ अच्छा हो रहा है उसको अन्य जगहों पर लागू करने का अवसर मिलता है।
आज आपकी जो उम्र है आप अपने विषय में पारंगत हो सकते है, लेकिन देश काल के बारे में भी जानना चाहिए। यह युवा पलायन नहीं कर सकता। याद कीजिए अयोध्या का राजकुमार श्रीराम जिन्हें 16 वर्ष में 14 वर्ष का वनवास हुआ। उन्होंने उत्तर से दक्षिण तक भारत को जोड़ दिया। सेतु बंध का निर्माण किया। वनवासियों, गिरवासियों, वंचितों को जोड़ा था। रावण का वध किया। उस समय श्री राम की क्या आयु थी। इसके बाद अयोध्या आ गए। मथुरा में श्री कृष्ण की क्या उम्र रही होगी, जो उन्होंने कंस का वध किया।
लीलाएं रचित। बुद्ध जी की क्या उम्र रही होगी, जब उन्होंने उपदेश दिया था। आदि शंकराचार्य, सांगा, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह उनके चार साहिबजादे, झांसी की रानी। इन सबकी क्या उम्र थी। वीर सावरकर की 28 वर्ष की उम्र थी, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल। यह सभी 25 से 35 वर्ष की आयु के थे। मैं इसलिए युवाओं से कहना चाहता हूं, इन सभी ने देश के हालत बदलने में योगदान दिया।ब्रेल लिपि की जिसने खोज की थी फ्रांस के उस वैज्ञानिक की उम्र 15 साल की थी। न्यूटन की उम्र 23 वर्ष रही। इसलिए छात्रों आपके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है, बस जज्बा होना चाहिए। शिक्षा, शोध और नवाचारों के क्षेत्र में कुछ करें। हमारे आसपास समझने और सोचने के बहुत अवसर है। लिखने की आदत डालनी होगी। साइंस और टेक्नोलॉजी से कोई भागेगा तो पीछे रह जाएगा। 1979 में 0.5 लोगों के पास लैंड लाइन थे। 1999 में कदम उठाए गए, आज 100 करोड़ लोगों के पास स्मार्ट फोन है।
टेक्नोलॉजी बढ़ती है तो सस्ती भी होती है।
सरकार हर स्तर पर प्रयास कर रही है। हर कमिश्नरी में एक एक विश्वविद्यालय है। निजी क्षेत्रों को भी आगे लाए है। 26 से अधिक विश्वविद्यालय प्रदेश स्तर पर बने हैं। प्रदेश में 1970 तक सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे। कोविड काल में स्टडी कराई 75 में से 26 जिलों में आईसीयू की सुविधा नहीं थी। इसलिए प्रण लिया और आज 75 में से सिर्फ 10 से 12 में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं। आज पॉलिसी ला दी है, जिससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को आगे ला सकें। लोगों को चिकित्सीय सुविधा मिले, रोजगार और पढ़ाई का मौका हासिल हो। इसलिए कहता हूं तकनीक से मत भागिए। किसी भी रिफॉर्म से मत डरें। 1998 में उषा अपना फोन लेकर आया था। मैने एक महीने इस्तेमाल किया तो बिल 10 हजार आ गया। मैंने उसको रख दिया आज इनकमिंग और आउटकमिंग फ्री है।
1990 में कंप्यूटर का विरोध हो गया। सरकार दो करोड़ युवाओं को टैबलेट मुहैया करा रही है। एक समय लोग कंप्यूटर का विरोध कर रहे थे। कुछ लोगों के विरोध से बदलाव नहीं रोक सकते है। ऐसे ही जीपीएस आया तो उसका विरोध हुआ। क्योंकि तेल चोरी रुक गया।
इससे पूर्व कुलाधिपति डॉ. सूरज कुशवाहा ने मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, महापौर प्रमिला पांडेय, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, बाल कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक सुरेंद्र मैथानी, अभिजीत सिंह सांगा, अरुण पाठक का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें एमओयू, शिक्षा, शोध और नवाचारों की जानकारी दी।
प्लेसमेंट और सेमिनार के बारे में बताया। विश्वविद्यालय की उपलब्धियां गिनाई। विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ.प्रणव सिंह ने मुख्यातिथि का जीवन परिचय दिया
सीएम ने 150 बेड के डॉ बीएस कुशवाहा आयुर्विज्ञान संस्थान का अनावरण किया।
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