Panipat। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा के पानीपत में ‘बीमा सखी योजना लांच की। यह योजना खासतौर पर ग्रामीण महिलाओं के लिए तैयार की गई है, ताकि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। ‘बीमा सखी योजना के तहत महिलाओं को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के साथ बीमा एजेंट के रूप में काम करने का मौका मिलेगा। यह योजना तीन सालों तक महिलाओं को मासिक स्टाइपेंड और कमीशन-आधारित इंसेटिव देगी जिससे उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिलेगी।
कौन होगा पात्र?
बीमा सखी योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया काफी सरल है। महिलाओं की उम्र 18 से 70 साल के बीच होनी चाहिए और वे कम से कम 10वीं कक्षा पास की हो। हालांकि, एलआईसी एजेंटों या कर्मचारियों के रिश्तेदार, जैसे पति-पत्नी, बच्चे, माता-पिता, भाई-बहन या ससुराल वाले योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते। इसके अलावा, एलआईसी के पूर्व कर्मचारी या पूर्व एजेंट जो दोबारा नियुक्ति चाहते हैं, वे भी योजना के लिए पात्र नहीं है।
योजना के तहत महिलाओं को तीन साल तक मासिक स्टाइपेंड मिलेगा। पहले साल 7,000 प्रति माह का स्टाइपेंड मिलेगा। दूसरे साल 6,000 प्रति माह का स्टाइपेंड मिलेगा, लेकिन इसके लिए शर्त है कि पहले साल पूरी की गई पॉलिसियों में से करीब 65 प्रतिशत पॉलिसियां दूसरे साल के हर माह के अंत तक सक्रिय बनी रहें। तीसरे साल 5,000 प्रति माह का स्टाइपेंड दिया जाएगा, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि दूसरे साल पूरी की गई।
पॉलिसियों में से कम से कम 65 प्रतिशत पॉलिसियां तीसरे साल के हर महीने के अंत तक सक्रिय रहें। यानी हर साल का स्टाइपेंड पाने के लिए महिलाओं को अपनी पॉलिसियों को सक्रिय बनाए रखना होगा।
‘बीमा सखी योजना के आवेदन प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करना होगा। इसमें हाल ही की पासपोर्ट साइज फोटो, आयु प्रमाण, पता प्रमाण और 10वीं की मार्कशीट शामिल हैं। इच्छुक महिलाएं एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।