Pandit Pradeep Mishra: वाराणसी के डोमरी में पुलिस ने कथावाचक प. प्रदीप मिश्रा की कथा में 2 दिन में 200 चोरी की घटना को अंजाम देने वाली 15 महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
कथा में चोरी करने के लिए महिलायें गैंग बनाकर काशी पहुंची थीं।
ज्यादातर कथा सुनने आईं महिलाओं में किसी की चेन तो किसी का मंगल सूत्र चोरी हुआ है।
कथा प्रबंधन के पास जब मामले पहुंचने लगे तो वह परेशान हो गए और पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। कमिश्नर खुद मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने पंडाल में लगे सीसीटीवी चेक किए तो महिला चोरों का गिरोह हत्थे चढ़ा। पुलिस ने 15 महिलाओं को गिरफ्तार किया। सीसीटीवी में यह संदिग्ध हरकत करते हुए नजर आई।
यानी कथा के बीच एक जगह से दूसरी जगह उठकर बैठ रही थी। जांच की तो पता चला कि ये पूरा गैंग है।
पूर्वांचल समेत यूपी-बिहार में जहां ज्यादा भीड़ वाले कार्यक्रम होते हैं, वहां यह गैंग पहुंचकर चोरियां करती हैं।
काशी में प्रदीप मिश्रा की कथा अभी 5 दिन और चलेगी। दरअसल, शिव महापुराण में सुनने के लिए हजारों की संख्या में महिला भक्त सतुआ बाबा के आश्रम में पहुंच रहीं हैं।
यह महिलाएं इतनी शातिर हैं कि पूछताछ में पुलिस को गुमराह करती रहीं। महिलाओं ने नाम, पता और मोबाइल नंबर तक गलत बताया।
पुलिस ने जब महिलाओं के बताए एड्रेस पर वैरीफिकेशन कराया गया तो ज्यादातर का पता फर्जी निकला। एसओ रामनगर ने बताया कि सभी महिलाएं दूसरे जिले की रहने वाली हैं।
अभी तक इनका असली नाम और पता वैरीफाई नहीं हो सका है। सभी ने गलत नाम पते बताएं हैं। जिनकी पूरी जानकारी ली जा रही है।
इसका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। सभी के खिलाफ रामनगर थाने में केस दर्ज किया गया है।
पुलिस अब तक गिरफ्तार महिला चोरों से महज दो चेन और नौ मंगलसूत्र बरामद कर सकी।
पुलिस को शक है कि महिलाओं के इस गैंग के साथ कुछ पुरुष भी हैं, जो कि चोरी का सामान वहां से हटा देते हैं।
पुलिस ने चोरी की 200 घटनाओं में सिर्फ एक एफआईआर दर्ज की है, जिसमें इन सभी 15 महिलाओं को जेल भेजा गया है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये महिलाएं 50 से अधिक कार्यक्रमों में चोरी की वारदातें कर चुकी हैं।