Mumbai : वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने के अवसर पर हुए एक कार्यक्रम में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इससे उनकी कई यादें जुड़ी हुई हैं।
सचिन ने कहा कि मैंने अपने करियर का अंतिम मुकाबला इसी मैदान पर खेला था।
सचिन ने कहा कि उन्हें 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेलते समय तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को फोन किया और अनुरोध किया कि ये मैच वानखेड़े में ही खेला जाये क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी मां मुझे अपना अंतिम मैच खेलते हुए देखें।
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी मां ने उससे पहले कभी भी स्टेडियम आकर मुझे खेलते हुए नहीं देखा था। उस समय उनका स्वास्थ्य ऐसा नहीं था कि वह वानखेड़े को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर जा सकें।
बीसीसीआई ने उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया जिससे मेरी मां और मेरा पूरा परिवार उस दिन वानखेड़े में ही था। आज जब मैंने वानखेड़े में कदम रखा, तो मैं उन्हीं भावनाओं को एक बार फिर अनुभव कर रहा हूं।’’
तेंदुलकर ने कहा कि भारतीय टीम ने 2011 में जब इसी मैदान पर विश्वकप जीता था तो साथी खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर उठाकर मैदान का चक्कर लगाया था और उस पल को वह कभी भूल नहीं सकते।