सुरक्षा एजेंसियां कर रही गहन तलाशी, मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोकी
Jammu । जम्मू-कश्मीर में जेड-मोड़ सुरंग के उद्घाटन सोमवार यानी 13 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा करने की संभावना है इसको लेकर सोनमर्ग में तैयारियां चल रही हैं। पीएम मोदी की सुरक्षा दस्ते (एसपीजी) के अधिकारियों ने सोनमर्ग पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहा है। अधिकारियों ने बताया कि उद्घाटन के लिए स्थल को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए जेड-मोड़ सुरंग के पश्चिमी एवं पूर्वी दोनों पोर्टलों पर विचार किया और सुरक्षा एवं सुविधा के लिहाज से बेहतर विकल्प का फैसला लिया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक पीएम मोदी पहले श्रीनगर तकनीकी हवाई अड्डे पर उतरेंगे और वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा सोनमर्ग के लिए उड़ान भरेंगे। सुरंग के उद्घाटन समारोह में भूतल परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सीएम उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहेंगे। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी द्वारा सोनमर्ग में एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित कर सकते हैं। इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए सोनमर्ग और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं।
सुरक्षा एजेंसियां गहन तलाशी कर रही हैं। सेना, अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमें इलाके में गश्त कर रही हैं, जबकि सुरंग की ओर जाने वाले प्रमुख मार्गों पर चौकियां बनाई गई हैं।
वहीं केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में अधिकारियों ने बर्फीली परिस्थितियों समेत श्रीनगर को लेह से जोड़ने वाले 434 किलोमीटर लंबे राजमार्ग के सबसे खतरनाक हिस्से के रखरखाव का हवाला देते हुए अगामी 11 से 13 जनवरी तक 3528 मीटर ऊंचे जोजी-ला दर्रे को वाहनों के आवागमन के लिए बंद करने की घोषणा की है।
इस फैसले को पीएम मोदी की 13 जनवरी को कश्मीर घाटी की प्रस्तावित यात्रा के लिए की जा रही कड़ी सुरक्षा के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें श्रीनगर से करीब 70 किलोमीटर उत्तर में गगनगीर के पास राजमार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया जाएगा।
बता दें 8650 फीट की ऊंचाई पर स्थित जेड-मोड़ सुरंग एक दो-लेन वाली सड़क सुरंग है आपात स्थिति के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ी निकास सुरंग से सुसज्जित है। यह सुरंग गगनगीर और सोनमर्ग के बीच निर्बाध संपर्क तय करने के अलावा गर्मियों में लद्दाख की यात्रा को आसानी के साथ सोनमर्ग को संपूर्ण वर्ष के लिए पर्यटन मानचित्र पर लाने के सहायक होगी। 2400 करोड़ रुपए की लागत से बनी यह सुरंग जोजिला सुरंग के साथ मिलकर नागरिक और सैन्य यातायात के लिए बालटाल और लद्दाख क्षेत्रों में निर्बाध संपर्क करेगी।