प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से क्या है कनेक्शन
New Delhi । पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पाक) में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए मिसाइल हमलों को जो नाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’, वह कोई साधारण नाम नहीं था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस प्रतीकात्मक और भावनात्मक नाम को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुना।
जब सिंदूर मिटा,तो भारत ने लिया संकल्प
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। मारे गए सभी लोग पुरुष थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले ने देशभर को झकझोर दिया।
लेकिन सबसे ज्यादा पीड़ा उन महिलाओं को हुई जिनके सुहाग उजड़ गए।इसी त्रासदी और भावनात्मक पीड़ा को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने इस जवाबी सैन्य अभियान का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखने का फैसला किया। यह नाम उन महिलाओं की पीड़ा का प्रतीक है, जिनकी मांग से सिंदूर मिटा दिया गया था।
ऑपरेशन सिंदूर’ सिंदूर के सम्मान और शहादत का जवाब
भारतीय सेना ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया। इस सर्जिकल मिसाइल स्ट्राइक में 62 से अधिक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी और हैंडलर मारे गए, और सूत्रों के अनुसार यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
बैसरन घाटी में हुए हमले का उद्देश्य कश्मीर घाटी में सांप्रदायिक तनाव फैलाना और महिलाओं को विधवा बनाकर दहशत का माहौल पैदा करना था। आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी, और केवल पुरुषों को निशाना बनाया गया — एक सुनियोजित प्रयास, जिससे हिंदू परिवारों को तोड़ा जा सके।
सिंदूर मिटाने की साजिश,अब माकूल जवाब
भारतीय संस्कृति में सिंदूर सुहाग और विश्वास का प्रतीक है। बैसरन घाटी में जब नवविवाहित जोड़े घूमने आए थे, तो आतंकियों ने नवविवाहित महिलाओं के सामने ही उनके पतियों को गोली मार दी। एक महिला जो अभी-अभी ब्याही गई थी, वह अपने पति के शव के पास बैठी रो रही थी, यह एक ऐसा दृश्य था जिसने पूरे देश की आंखों को नम कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद साफ कहा था: “आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।” और अब, भारत ने उस वादे को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए पूरा किया है।
आतंकियों को स्पष्ट संदेश: कहीं भी छिपो, बच नहीं पाओगे
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जो सिंदूर उजाड़ने की साजिश करेगा, उसे दफनाया जाएगा। भारत की सैन्य कार्रवाई सिर्फ एक जवाब नहीं, बल्कि एक सख्त चेतावनी है, चाहे आतंकियों के आका कहीं भी छिपे हों, भारतीय सेना उन्हें खोज निकालेगी
ऑपरेशन सिंदूर: क्या हुआ?
New Delhi । 7 मई 2025 की तड़के 1:44 बजे, भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरिदके शामिल थे।