–सीएम आतिशी ने मतदाता सूची से हटाए गए लोगों का सत्यापन कराने लिखा पत्र
New Delhi । विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली के जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) ने राजनीतिक हस्तक्षेप और कार्य संचालन में व्यवधान पर चिंता जताई है। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) उन पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है। डीईओ ने चुनावी कर्तव्यों के सुचारू संचालन को तय करने के लिए सुरक्षा उपाय की मांग की है। इस बीच सत्तारूढ़ आप ने डीईओ के दावों को खारिज कर दिया है।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल का मुकाबला बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से होगा। केजरीवाल इस सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं- 2013, 2015 और 2020 में। यह घटनाक्रम चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली के लिए अपनी संशोधित मतदाता सूची को फिर से जारी करने के बाद हुआ है। इससे राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है।
आप ने आरोप लगाया कि नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मतदाता विलोपन धोखाधड़ी हो रही है। दूसरी ओर दिल्ली बीजेपी ने दावा किया कि आप इस बार फर्जी मतदाताओं को पंजीकृत करने में विफल रही है। दिल्ली सीएम आतिशी ने मुख्य चुनाव अधिकारी को नई दिल्ली में मतदाता सूची से हटाए गए लोगों के सत्यापन के लिए एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में आतिशी ने कहा कि नियमों के मुताबिक जब हटाने के अनुरोध 2 फीसदी से ज्यादा होते हैं, तो ईआरओ को प्रत्येक हटाने के अनुरोध को व्यक्तिगत रूप से सत्यापित करना होता है। पत्र में लिखा है, इस मामले में इन नियमों का पालन किया जाना चाहिए क्योंकि नई दिल्ली में 2 फीसदी से ज्यादा वोट हटाए जाने की मांग की गई है। इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
डीईओ ने 4 जनवरी को दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) को लिखे पत्र में बताया कि आप उन पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है। पत्र में लिखा कि 21, 28 और 29 दिसंबर और 3 जनवरी को पार्टी सांसदों राघव चड्ढा और संजय सिंह सहित आप नेताओं के उनके कार्यालय में कई बार आने के बारे में लिखा।