Mumbai ।मिश्कत वर्मा और खुशबू राजेंद्र ने ओम और ईशा के सफर की एक झलक पेश करते हुए इस उपलब्धि का जश्न मनायाजब ‘राम भवन’ ने कलर्स पर अपना सफर शुरू किया, तो इसने दर्शकों को प्यार, ड्रामा और ताकत की लड़ाई से भरे एक परिवार की झलक पेश की।
प्रयागराज की एक पुरानी हवेली में सेट किए गए, इस शो ने दिखाया कि कैसे हर कमरे और रिश्ते में एक कहानी छिपी होती है, कुछ कहानियां शोर करती हैं और कुछ खामोश होती हैं। इस घर में, हर दिन रिश्तों की परीक्षा होती है। 100 एपिसोड के बाद, ‘राम भवन’ ऐसा दुर्लभ शो बन गया है, जहां घर सिर्फ पृष्ठभूमि नहीं है, बल्कि हर ट्विस्ट और भावना का केंद्र है।
ओम की काबिलियत पर शक करने वाले उसके अपने परिवार में अपनी योग्यता साबित करने के प्रयासों से लेकर गायत्री के नियंत्रण के खिलाफ ईशा के शांत प्रतिरोध तक, दोनों ने एकजुट होकर एक लक्ष्य बनाया है – राम भवन को ऐसी जगह बनाना, जिसे उनका परिवार अंततः अपना घर कह सके।
अब, 100 एपिसोड पूरे होने के साथ, राम भवन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है। ओम अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने और चीजों को सही करने की पूरी कोशिश कर रहा है, जबकि ईशा चुपचाप अपने दम पर खड़े होने का प्रयास कर रही है। लेकिन इस घर में कुछ भी आसान नहीं है। गायत्री अपना खेल खेल रही है, गलतफहमियां पैदा कर रही है और पीठ पीछे कठपुतलियों को नचा रही है। ओम माफी मांगना चाहता है।