Kanpur ।, 20 जून 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना (आईआईआईटी ऊना) ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया है।
यह साझेदारी संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के विकास, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और अन्य अकादमिक गतिविधियों के संचालन, प्रयोगशालाओं और बुनियादी ढांचे की स्थापना तथा शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं के साझाकरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को लेकर की गई है।
इस समझौते पर आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल और आईआईआईटी ऊना के निदेशक प्रो. मनीष गौर ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर आईआईटी कानपुर के अनुसंधान एवं विकास के कार्यवाहक डीन, प्रो. कुमार वैभव श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।
इस समझौते के तहत, दोनों संस्थान कई सहयोगी गतिविधियों में भाग लेंगे। इसमें शामिल हैं—संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं, जिनमें दोनों संस्थानों के शिक्षक और छात्र उभरती तकनीकों के क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेंगे, जिससे अंतःविषय (इंटरडिसिप्लिनरी) नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। यह साझेदारी स्टार्ट-अप्स और उद्यमिता को भी प्रोत्साहित करेगी, जिसमें इनक्यूबेशन, मेंटरशिप और नवाचार आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा, “आईआईआईटी ऊना के साथ यह सहयोग उच्च शिक्षा में नवाचार और उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम है। हमें आशा है कि यह साझेदारी अकादमिक और तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करेगी और देश के नवाचार परिदृश्य में एक सार्थक योगदान देगी।”
यह सहयोग कौशल विकास और शैक्षणिक समृद्धि को बढ़ावा देगा। इसके अंतर्गत संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम, संकाय विकास पहलों और छात्र कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। साथ ही शैक्षणिक आदान-प्रदान, अतिथि व्याख्यान, संयुक्त सेमिनार और पाठ्यक्रम विकास भी किए जाएंगे। इसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों में तकनीकी दक्षता और क्षेत्रीय विशेषज्ञता का निर्माण करना है।
इस साझेदारी का एक प्रमुख उद्देश्य उन्नत अनुसंधान प्रयोगशालाओं और नवाचार केंद्रों का विकास करना है, जिन्हें दोनों संस्थान मिलकर स्थापित करेंगे। आईआईटी कानपुर और आईआईआईटी ऊना साझा आधारभूत संरचना और अनुसंधान उपकरणों, सुविधाओं और शैक्षणिक संसाधनों तक पारस्परिक पहुँच प्राप्त करेंगे, जिससे दोनों संस्थानों की अनुसंधान और विकास क्षमताएं और अधिक मजबूत होंगी।
आईआईआईटी ऊना के निदेशक प्रो. मनीष गौर ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन हमारी अकादमिक और अनुसंधान उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। आईआईटी कानपुर जैसे अग्रणी संस्थान के साथ साझेदारी हमारे उच्च स्तरीय अनुसंधान और नवाचार क्षमताओं को मजबूती देगी, स्टार्ट-अप विकास का मार्ग खोलेगी और समग्र अकादमिक उन्नति को बढ़ावा देगी। हम इस सहयोग को लेकर बेहद उत्साहित हैं और इसके प्रभावशाली परिणामों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आईआईटी कानपुर के अनुसंधान एवं विकास के कार्यवाहक डीन, प्रो. कुमार वैभव श्रीवास्तव ने कहा, “यह रणनीतिक साझेदारी अनुसंधान कार्यों को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप करने में मदद करेगी। यह मिलकर किए गए अकादमिक प्रयासों और साझा दृष्टिकोण के माध्यम से सार्थक प्रभाव उत्पन्न करेगी।”
यह सहयोगी पहल छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों के लिए समृद्ध अवसर पैदा करेगी, जिससे अंतःविषय शिक्षा, तकनीकी प्रगति और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। आईआईटी कानपुर और आईआईआईटी ऊना, अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों को मिलाकर, भारत के नवाचार और अनुसंधान पारितंत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देने की आकांक्षा रखते हैं।