इंडियन इकोनोमिक एसोसिएशन के 107 वीं वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सामरोह में प्रो. पाठक बतौर अतिथि हुए शामिल।
– एआईयू के अध्यक्ष व सीएसजेएमयू वीसी ने इकनॉमिक स्ट्डीज का बताया महत्व।
– आर्थिक शोध में बताई एआईयू की भूमिका।
Kanpur। आर्थिक अध्ययन केवल सांख्यिकी और सिद्धांतों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान करता है। छात्र केवल भविष्य के आर्थिक विशेषज्ञ ही नहीं, बल्कि समाज के प्रभावशाली सुधारक भी बन सकते हैं। यह समय छात्रों के लिए न केवल अध्ययन का है, बल्कि उनके विचारों को एक नई दिशा देने का समय भी है।
यह बात एआईयू के अध्यक्ष और छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय ,कानपुर के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने अपेक्स युनिवर्सिटी जयपुर में इंडियन इकोनोमिक एसोसिएशन (आईईए) द्वारा आयोजित 107 वीं वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सामरोह में कही।
प्रो. विनय कुमार पाठक 29 दिसंबर इस कार्यक्रम के समापन सामरोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस अवसर पर प्रो. विनय कुमार पाठक ने इकनॉमिक स्ट्डीज पर जोर देते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि आर्थिक अध्ययन, किसी भी समाज और राष्ट्र के लिए केवल एक शैक्षिक विषय नहीं, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो सामाजिक समस्याओं के समाधान में सहायता करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि AIU आर्थिक शोध को प्रोत्साहित करता है, ताकि छात्र और शिक्षकों को उभरते हुए आर्थिक मुद्दों पर शोध करने के अवसर मिल सकें। इसके माध्यम से न केवल छात्रों के ज्ञान में वृद्धि होती है, बल्कि यह देश की आर्थिक नीतियों और विकास रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रदान करता है। और उन्होंने कहा कि AIU आर्थिक अध्ययन के माध्यम से छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का विकास करता है।
यह छात्रों को न केवल आर्थिक लाभ के बारे में सोचने के लिए, बल्कि समाज में अपनी भूमिका निभाने के लिए भी प्रेरित करता है।इस कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह, और एमडीएस यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.शील सिन्धु पांडेय, और आईईए के प्रेसिडेंट प्रो. ए. पी. पांडेय सहित देश भर के शिक्षाविद् इस सम्मेलन में शामिल हुए।