PM Modi: मंगलवार को जयपुर में पार्वती-कालसिंध-चंबल-ईआरसीपी परियोजना का शिलान्यास किया।
भजनलाल सरकार के एक वर्ष पूरा होने के कार्यक्रम में पहली बार राजस्थान-मध्य प्रदेश की परियोजना के समझौते को भी सार्वजनिक किया गया।
पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना पर मंगलवार को केंद्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार के बीच त्रिस्तरीय मैमोरैंडम ऑफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में राजस्थान के जयपुर में यह एग्रीमेंट हुआ। इस परियोजना में मालवा और चंबल क्षेत्र के 11 जिलों के 2012 गांव लाभान्वित होंगे।
लगभग 40 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा। प्रदेश के गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर एवं मुरैना के किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी और पेयजल की उपलब्धता हो सकेगी।
पीएम ने इस परियोजना में देरी के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाधान की बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को ही बढ़ावा देती रही।
मोदी ने कहा कि इस परियोजना के समझौते पर हस्ताक्षर वाली मप्र और राजस्थान के सीएम की फोटो कोई सामान्य नहीं है।
आने वाले सालों में देशभर के लोग ये फोटो दिखाकर उनके राजनेताओं से पूछेंगे कि आप पानी पर राजनीति ही करते रहे।
पानी समुद्र में बह गया, लेकिन एक कागज पर दस्तखत क्यों नहीं कर पाए।
20 साल पुराना पानी का झगड़ा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 20 साल पुराना पानी का झगड़ा था। लंबे समय तक यह मामला हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में चला।
दोनों प्रदेश में ये जल की सौगात पीएम मोदी की वजह से ही पूरी हो पाई है।