Patna। कांग्रेस के वरीय नेता और सांसद राहुल गांधी एकदिवसीय यात्रा पर पटना पहुंचे। 19 दिन के अंदर यह दूसरा मौका है, जब राहुल गांधी पटना पहुंचे। वह स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत की सत्ता संरचना में, चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य, कॉर्पोरेट, व्यवसाय, न्यायपालिका हो, आपकी भागीदारी कितनी है? दलितों को प्रतिनिधित्व दिया गया है।
, लेकिन अगर सत्ता संरचना में भागीदारी नहीं है तो इसका कोई मतलब नहीं है। यदि निर्णय मंच के पीछे से किए जाते हैं तो आपको मंच पर बैठाने का कोई मतलब नहीं है। आज, विभिन्न जातियों के लोगों को टिकट देना एक फैशन बन गया है, पीएम मोदी भी यही कहते हैं। लेकिन फिर, आपने (पीएम मोदी) विधायकों की शक्तियां छीन लीं। यहां तक कि लोकसभा सांसदों की भी शक्तियां छीन ली गईं। कोई निर्णय लेने की शक्ति नहीं है। आपने मंत्री बनाया लेकिन ओएसडी आरएसएस से हैं।
पटना के गांधी मैदान स्थित एसकेएम हॉल में जगलाल चौधरी जयंती समारोह में राहुल गांधी ने कहा कि, मोदी ने 25 लोगों का 16 लाख करोड़ रुपया माफ किया, इस लिस्ट में एक भी दलित नहीं है। मीडिया में दलितों की भागीदारी नहीं। मैं एक उदाहरण से समझता हूं ये मीडिया के मित्र हैं, इनकी बड़ी-बड़ी कंपनियां है। इनको हर स्टेट की सरकार विज्ञापन देती है। तो सीधा सरकार इनकी फंडिंग कर रही है।
देश में बिहार नहीं तेलंगाना वाली जातीय गणना हो
राहुल गांधी ने जातीय गणना कराने की बात दोहराते हुए कहा कि मोदी सरकार नहीं चाहती है कि देश में जातीय गणना हो, लेकिन मैं चाहता हूं कि दलित, ओबीसी आदिवासी को उनकी भागीदारी मिले। लेकिन जाति जनगणना बिहार वाली नहीं, तेलंगाना वाली देखिए। राहुल गांधी ने हाथ में संविधान दिखाकर कहा कि आएसएस और भाजपा संविधान के सामने माथा टेकते हैं। पीछे इसे खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि दलित समुदाय के लोग लीडरशिप में आएं। देश के टॉप-10 कंपनियों के मालिक में दलित भी हो।
इतिहास के किताब में दलितों के बारे में दो लाइन है
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने इतिहास की किताब में दलितों के बारे में सिर्फ दो लाइन पढ़ी है। दलित और अछूत। आपका कोई इतिहास नहीं है क्या? दो लाइन से आपका दर्द मिट जाएगा क्या?