आईआईटीयन बाबा के पिता का खुलासा
Jhajjar। प्रयागराज के महाकुंभ में आईआईटी वाले बाबा के नाम से सुर्खियों में आए अभय सिंह को लेकर उनके पिता ने कई चौंकाने वाले खुलासे कर दिए हैं। अभय के पिता ने बताया कि उनके और उनकी पत्नी के बीच के झगड़ों ने उनके बेटे को दुनियादारी छोड़ने पर मजबूर किया। झज्जर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ग्रेवाल ने कहा कि आध्यात्म को अपनाने और सांसारिक जीवन को त्यागने का उसका कारण वास्तविक है।
70 वर्षीय ग्रेवाल ने बताया कि अभय अपने बचपन में घरेलू हिंसा से बहुत परेशान था। ग्रेवाल ने अपने बेटे को बेहद संवेदनशील व्यक्ति बताया, जो स्वर में थोड़े से बदलाव को भी भांप लेता था। उन्होंने कहा कि शायद इसीलिए अभय ने मुझे हमेशा एक कठोर पिता माना।
यह स्वीकार करते हुए कि पति-पत्नी के बीच मतभेद हर घर में आम हैं, उन्होंने कहा कि अभय ने इन झगड़ों को अपने अंदर समेट लिया। दंपत्तियों को इससे सबक लेना चाहिए और अपने बच्चों की भलाई के लिए अपने विवादों को कम करने का प्रयास करना चाहिए।
यह पूछने पर कि क्या वह अपने बेटे से घर वापस आने का आग्रह करने वाले हैं, तब उन्होंने कहा कि वह मेरा इकलौता बेटा है। कोई भी माता-पिता इस तरह के फैसले से खुश नहीं होने वाले है। अब, मैं केवल यही प्रार्थना कर सकता हूं कि वह जहां भी हो, खुश और स्वस्थ रहे। उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में जो कुछ भी कमाया और इकट्ठा किया है, वह सब उसका है। मेरी आशा अभय ने खुद एक इंटरव्यू में कही बात पर टिकी है।
अभय की मां शीला देवी ने बताया कि हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे घर बसाएं और एक स्थिर पारिवारिक जीवन व्यतीत करें। मैं बस यही प्रार्थना कर सकती हूं कि अभय जो भी करने का फैसला करे, जहां भी जाने का फैसला करे, उस फैसले से अभय को खुशी मिले। बता दें कि अभय का जन्म 3 मार्च 1990 को झज्जर के ससरोली गांव में हुआ था। उसकी एक बड़ी बहन है जिसके साथ उसका गहरा रिश्ता था। शादी के बाद वह कनाडा चली गई और अब अमेरिका में रहती है।