Hyderabad। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, और इसके बीच इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) की ओर से पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर का नया लोन दिए जाने ने राजनीतिक हलकों में उबाल ला दिया है। एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के साथ आईएमएफ को भी आड़े हाथों लिया।
ओवैसी ने कहा, हमारी जमीन पर, हमारे घरों पर, हमारे जवानों पर हमले हो रहे हैं, और पाकिस्तान को आईएमएफ से 1 बिलियन डॉलर की मदद दी जा रही है। यह क्या अंतरराष्ट्रीय न्याय है?” उन्होंने पाकिस्तान पर पर कहा, इन्हें न सरकार चलानी आती है, न अर्थव्यवस्था। ये केवल भारत में अमन बिगाड़ने और हिंदू-मुस्लिम तनाव फैलाने की योजना बना रहे हैं।
ओवैसी ने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए लश्कर और जैश के टॉप आतंकियों का ज़िक्र कर कहा कि “जो आतंकी भारत में हमलों के लिए जिम्मेदार थे, उनके जनाजे में पाक सेना के लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी शामिल होते हैं। यह देश किस नीति पर चल रहा है?”
उन्होंने कहा, “जिसे अमेरिका ने आतंकी घोषित किया है, वह वहां नमाज-ए-जनाजा पढ़ा रहा है। यह आतंक को आधिकारिक संरक्षण देने जैसा है।
पाकिस्तान ड्रोन से हमला कर रहा है, मासूम मर रहे हैं”
ओवैसी ने कहा कि पूंछ में चार मासूम मुसलमान बच्चे भी मारे गए। “क्या पाकिस्तान ये बताना चाहता है कि सिर्फ वहीं जन्नत में जाएंगे? इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने का अधिकार तुम्हें किसने दिया है?”
ओवैसी ने पाकिस्तान दोमुंह चरित्र पर सवाल उठाकर कहा कि “जब तुम्हारा जमात-ए-इस्लामी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से समझौता करता है और फिर इस्लाम की बात करता है, तब तुम्हारी मंशा पर संदेह होता है। जिनजियांग में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों पर तुम्हारी जुबान नहीं खुलती।
ओवैसी ने कहा कि “कांग्रेस और बीजेपी को आपसी आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर एकजुट होकर पाकिस्तान जैसे दुनिया के लिए खतरा बने मुल्क के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।