Vice President: आनंदराम जैपुरिया स्कूल, के स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा की नए भारत के निर्माण में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने देश के युवाओं की क्षमता और ज्ञान और कौशल के माध्यम से इस क्षमता का दोहन करने की आवश्यकता के बारे में बात की।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा मानना है कि समानता लाने के लिए शिक्षा सबसे परिवर्तनकारी तंत्र है। बच्चों में सीखने के प्रति जिज्ञासा होनी चाहिए। उन्हें असफलता से नहीं डरना चाहिए, भारत के बच्चे इसका भविष्य बनाएंगे।वे भारत को दुनिया में एक महान राष्ट्र बनाएंगे।
सबसे अहले समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि जगदीप धनखड़ द्वारा “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण के साथ हुई।
राज्यपाल ने एक प्रेरक भाषण दिया जिसमें उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए प्रगतिशील दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए जैपुरिया स्कूल की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। समाधान खोजने के लिए सकारात्मक सोच महत्वपूर्ण है। जीवन में लक्ष्य स्पष्ट होना जरूरी है। शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण हथियार है।
शिशिर जैपुरिया ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने भारत के उप राष्ट्रपति और अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जैपुरिया स्कूल, कानपुर को 2024-25 में उत्तर प्रदेश में नंबर एक स्कूल का दर्जा दिया गया है।
राज्यपाल उ0प्र0 आनंदीबेन पटेल, विधानसभा अध्यक्ष उ0प्र0 सतीश महाना, मंत्री सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम, उ0प्र0 सरकार, राकेश सचान एवं सासंद रमेश अवस्थी शामिल हुये।
समारोह के दौरान उप राष्ट्रपति ने स्कूल के तीन उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया। पुरस्कार पाने वालों में ईशा अग्रवाल, आकर्ष उमर और वेदिका गुप्ता शामिल हैं।
स्वर्ण जयंती संस्थापक दिवस पर विशेष अतिथियों, छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और स्कूल के पूर्व छात्रों ने भाग लिया।
पिछले दिन, 30 नवंबर को, स्कूल ने “स्पर्श” नामक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें पद्म विभूषण उस्ताद अमजद अली खान सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
शाम को एक प्रतिष्ठित पूर्व छात्र को डॉ0 राजाराम जैपुरिया अचीवर्स अवार्ड की प्रस्तुति भी दी गई।