Share market: पिछले महिनो में शेयर बाजार में जितने भी आईपीओ आए हैं। उन सभी में निवेशकों को भारी घाटा उठाना पड़ा है।
आईपीओ में जो प्राइस शेयर की रखी गई थी। उससे बहुत कम कीमत पर शेयर बाजार में कारोबार हो रहा है।
विभिन्न कंपनियों में न्यूनतम 9 फ़ीसदी से लेकर अधिकतम 61 फ़ीसदी तक का नुकसान निवेशकों को उठाना पड़ा है।
हुंडई मोटर का 1960 इश्यू प्राइस था। वर्तमान में बाजार में उसकी कीमत 1789 रुपए है।
दीपक बिल्डर का ₹230 इश्यू प्राइस थी,अब 170 पर कारोबार कर रहा है। इसमें 16 फ़ीसदी की गिरावट है।
सुरक्षा डायग्नो के शेयर की 441 इश्यू प्राइस थी। जो अब बाजार में 357 में कारोबार कर रहा है।
फोर्ड ऑटो की प्राइस 108 रुपए थी, जो अब घटकर 84 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
एक्में सोलर 289 रुपए इश्यू प्राइस में बिका था। यह 221 पर कारोबार कर रहा है।
सिटीकैंम इंडिया 70 रूपये इश्यू प्राइस थी। अब 51 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
सुप्रीम फैसिलिटी की इश्यू प्राइस 76 रूपये थी। अब इसका शेयर 53 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
आभा पावर की इश्यू प्राइस 75 रुपए थी। जो अब 41रूपये पर कारोबार हो रहा है।
फिनिक्स ओवरसीज की इश्यू प्राइस 64 रुपए थी। यह 29 रूपये पर कारोबार कर रहा है। इसमें 55 फ़ीसदी नुकसान निवेशकों को हुआ है।
सबसे बड़ा नुकसान लेमनसेक इंडिया के निवेशकों को हुआ है। इसकी इश्यू प्राइस 200 रूपये थी। बाजार में इसका शेयर 77। 96 रूपये पर कारोबार कर रहा था। शेयर के निवेशकों को लगभग 61 फ़ीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है।
आईपीओ में निवेश करना अब खतरे से खाली नहीं रहा। जिसके कारण नए आईपीओ अब शेयर बाजार में नहीं आ रहे हैं। निवेशकों की रुचि भी आईपीओ में नहीं रही।
शेयर बाजार में जिस तरह से मुनाफा वसूली का रुझान बना हुआ है। उसके बाद से शेयर बाजार मैं भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है।
शेयर बाजार की जानकारों का कहना है, इस भूचाल में निवेशक अपने आप को सुरक्षित बनाए रखें। बाजार किस और जाएगा, कहना बड़ा मुश्किल है।