New Delhi । रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने रक्षा मंत्रालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव के संपूर्ण बेड़े के उड़ान भरने पर लगी हालिया रोक सशस्त्र सेनाओं के लिए दुखद है। लेकिन हमें उम्मीद है कि यह मामला जल्द हल हो जाएगा। इसी जनवरी के महीने में गुजरात के पोरबंदर में तटरक्षकबल के एक एएलएच के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लगभग 15 दिनों से ध्रुव हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने पर रोक लगी हुई है।
रक्षा सचिव गणतंत्र दिवस परेड समारोह में भाग लेने वाले मुख्य आकर्षक बिंदुओं के बारे में सम्मेलन में मीडिया को जानकारी दे रहे थे। इस दौरान ध्रुव हेलिकॉप्टर के परेड से जुड़े फ्लाई पास्ट में भाग लेने को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उक्त हादसे की वजह से ध्रुव हेलिकॉप्टर इस बार गणतंत्र दिवस परेड में भाग नहीं ले सकेगा।
फिलहाल इसकी निर्माता कंपनी एचएएल द्वारा तीनों सेनाओं (सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षकबल) में शामिल कुल करीब 330 हेलिकॉप्टरों की सुरक्षा जांच की जा रही है। उधर, सेना के सूत्रों ने कहा कि परिस्थिति चुनौतीपूर्ण है। लेकिन ध्रुव की अनुपस्थिति से सीधे तौर पर लॉजिस्टिक, सैन्य टुकड़ियों की आवाजाही और रणनीतिक अभियानों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हमारे पास बाकी हेलिकॉप्टर हैं।
लेकिन वर्तमान में ध्रुव का ना होना रणनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण तो है। नौसेना और तटरक्षकबल अपने समुद्री अभियानों में दिक्कत का सामना कर रहे हैं। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब ध्रुव हेलिकॉप्टर के समूचे बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगाई गई है। पूर्व में 2023 में इस तरह की समस्या आ चुकी है।