स्वर्णिम भारत-विरासत और विकास है इस वर्ष की थीम
-इंडोनेशिया के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि
New Delhi। भारत इस वर्ष यानी कि 26 जनवरी को अपना 76वां गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट करने जा रहा है। इस दिन देशभर के स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर सहित अन्य जगहों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक आकर्षक परेड होती है।
हर वर्ष गणतंत्र दिवस एक विशेष थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है और राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक आकर्षक परेड होती है।समारोह के दौरान देश-विदेश से कई बड़े नेता और विशिष्ट अतिथि दिल्ली पहुंचेंगे। समारोह के दौरान सेना की तीनों टुकडिय़ां परेड करती हैं।
भारतीय जल-थल और वायु सेना इस समारोह में हर बार झांकी निकालती हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के इतिहास में पहली बार थलसेना, नौसेना और वायुसेना की अलग-अलग झांकियां नहीं होंगी। इस साल तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी निकाली जाएगी।
भारत की ओर से गणत्रंत दिवस पर हर वर्ष विदेश के राष्ट्राध्यक्षों को परेड पर आमंत्रित किया जाता है और चीफ गेस्ट बनाया जाता है। इस वर्ष चीफ गेस्ट के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।
कर्तव्य पथ दिखेगी भारत के हर कोने की झलक
गणतंत्र दिवस परेड के दौरान दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 16 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों, विभागों की झांकी दिखाई जाएगी। ये झांकियां ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ की व्यापक थीम का हिस्सा होंगी और भारत की विविध शक्तियों और इसके निरंतर विकसित होते सांस्कृतिक समावेश को एक शानदार भविष्य की ओर अग्रसर करती हुई प्रदर्शित करेंगी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 76वें गणतंत्र दिवस परेड में इंडोनेशिया से 160 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी और 190 सदस्यीय बैंड शामिल होंगे, जो कर्तव्य पथ पर भारतीय सशस्त्र बलों की टुकडिय़ों में शामिल होंगे। इस वर्ष, परेड के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो होंगे।