Kanpur । उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन (यूपीएए) ने कानपुर में डिस्ट्रिक एथलेटिक एसोसिएशन (डीएए) को दोबारा मान्यता प्रदान की है। यूपीएए सचिव नरेंद्र सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पूर्व सचिव पीके श्रीवास्तव ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को सूचित किये बिना डीएए को हटाकर देवेश दुबे की एथलेटिक्स कानपुर को मान्यता दे दी थी।
जो नियमानुसार गलत था। इसके बाबत 11 जनवरी को मेरठ में हुई यूपीएए की स्पेशल जनरल मीटिंग में डीएए को दोबारा मान्यता दी गयी है, साथ ही कानपुर में भविष्य में एथलेटिक्स की किसी भी गतिविधि की जिम्मेदारी डीएए को सौंपी गयी है। इसके अलावा यदि कोई अन्य खेल कराता है तो वह मान्य नहीं होगा। गौरतलब है कि यूपीएए में इस समय रार की स्थिति बनी हुई है।
कानपुर निवासी यूपीएए सचिव देवेश दुबे को वित्तिय अनियमिताओं व विरोधी गतिविधियों के चलते पद से हटा दिया गया है। हालांकि देवेश दुबे ने इसका विरोध करते हुए विरोधी गुट के सदस्यों को हटाकर खुद को सचिव पद पर बरकरार रखने का दावा किया है। उधर पिछले दिनों देवेश दुबे द्वारा करायी गयी क्रास कंट्री के खिलाड़ियों को भी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने दिया गया था।