PARPANCH NEWS: Surat हिंसक जानवर जब आदमखोर हो जाता है तब उसे या तो मार दिया जाता है, या फिर हमेशा के लिए कैद कर दिया जाता है| ऐसी एक घटना सूरत से सामने आई है| जहां कम से कम तीन लोगों को फाड़ खाने वाले तेंदुए ताउम्र पिंजरे में कैद कर दिया गया|
दरअसल हाल ही में सूरत जिले की मांडवी तहसील के उष्कर गांव में एक तेंदुए ने 7 साल की बच्ची पर हमला कर दिया था| सात साल की लड़की जब गन्ने के खेत के पास खेल रही थी तभी एक तेंदुआ लड़की को उठा ले गया| बताया जाता है कि लड़की का परिवार गन्ने की फसल के मौसम के दौरान खेत मजदूरी की तलाश में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से सूरत आया था। घटना के बाद हरकत में आए मांडवी वन विभाग की टीम ने क्षेत्र में आतंक मचा रहे तेंदुए को पकड़ने की मशक्कत तेज कर दी|
आखिरकार वन विभाग की टीम को सफलता मिली और आतमखोर बन चुके तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया| इस संदर्भ में वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ अपना शेष जीवन उसी जिले के झंखवाव में एक पुनर्वास केंद्र में बिताएगा। जब किसी जानवर को इंसानों पर हिंसक हमला करने की आदत हो तो उसे खुले में नहीं रखना खतरे से खाली नहीं है| ऐसे जानवरों को वन विभाग के नियमों के अनुसार पुनर्वास केंद्रों में रखा जाता है।
सूरत जिले की मांडवी तहसील के झंखवाव में रु. 1.50 करोड़ की लागत से पुनर्वास केन्द्र का निर्माण कराया गया है| इंसानों पर हिंसक हमला करने वाले तेंदुए को बचा लिया गया है और अब उसे पुनर्वास केंद्र में रखा जाएगा। दक्षिण गुजरात के सूरत जिले में शिकारी जानवरों के लिए झंखवाव पुनर्वास केंद्र खुलने के बाद सबसे पहले मांडवी में पकड़ा गया तेंदुआ अब नवसारी, वलसाड, डांग के जंगलों में इंसानों पर हमला करने के बाद पकड़ा गया है।
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