New Delhi । भारत में उद्यमिता और स्टार्टअप्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने भारतीय स्टार्टअप्स के प्रदर्शन के आंकड़े जारी किए। स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत भारत में पंजीकृत स्टार्टअप्स की संख्या 2016 से लेकर अब तक 400 से बढ़कर 2024 के अंत तक 1.57 लाख से अधिक हो गई है।
इसके साथ ही स्टार्टअप नीति बनाने वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की संख्या 2016 में 4 से बढ़कर 31 हो गई है। फंडिंग क्षेत्र में भी बड़ा उछाल देखा गया है, जो 2016 में 8 बिलियन यूएसडी से बढ़कर अब 115 बिलियन यूएसडी तक पहुंच गया है।
इसके साथ ही भारतीय स्टार्टअप्स ने 1.7 मिलियन से अधिक रोजगार सृजित किए हैं। भारत के 750 से अधिक जिलों में लोग स्टार्टअप्स चला रहे हैं, जबकि पहले ये संख्या सिर्फ 120 थी। सरकार ने स्टार्टअप्स को और भी सुविधाएं देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना, क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर स्टार्टअप्स, 3 साल तक आयकर छूट और बौद्धिक संपदा संरक्षण भी शामिल है।
स्टार्टअप्स इंटर-मंत्रालयी बोर्ड प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले स्टार्टअप्स को आयकर छूट की सुविधा भी प्रदान की गई है। भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार के इन प्रयासों से उम्मीद है कि अगले वर्षों में यह क्षेत्र और भी मजबूत होगा।