Kanpur ।उच्च न्यायालय इलाहाबाद किशोर न्याय समिति द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुक्रम में जिला जज चवन प्रकाश व जिलाधिकरो जितेन्द्र प्रताप सिंह और*अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमलेश कुमार मौर्य के द्वारा राजकीय बाल गृह बालिका यूनिट- 1 स्वरूप नगर, राजकीय बाल गृह बालिका यूनिट- 2 नवाबगंज ख्योरा, राजकीय बाल गृह बालक कल्यानपुर का औचक निरीक्षण अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमलेश कुमार मौर्य* भी मौके के साथ किया गया।
बालिका गृह यूनिट- 1 के निरीक्षण के समय प्रभारी अधीक्षिका द्वारा बताया गया बालिकाओं द्वारा खेल कूद में कबड्डी, बैडमिंटन व वालीवाल जैसे आउट डोर खेल संस्था में कराये जा रहे हैं किन्तु निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कबड्डी का खेल पक्की फर्श पर कराया जा रहा है जिससे बालिकाओं को चोट लगने की संभवना है, जिला जज द्वारा सहायक अधीक्षिका को आदेशित किया गया कि खेल के स्थान पर रबड़ की मोटी मैट की व्यस्था किया जाना सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के समय एडॉप्शन रूम में तीन बच्चे मिले व कार्यालय कक्ष में एक बालिका का 18 वर्ष पूर्ण होने पर उसके घर भेजे जाने की कार्यवाही चल रही थी। बालिकाओं के अध्यन कक्ष व शयन कक्ष में एक्जास्ट के ऊपर पतली जाली लगने से वेंटीलेशन सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा था। इस सम्बन्ध में जिला जज द्वारा सहायक अधीक्षिका को निर्देशित किया गया कि संस्था के प्रत्येक कमरों में वेंटीलेशन हेतु एक्जास्ट फैन के बाहर लगी हुई पतली जाली को हटाया जाना सुनिश्चत करें।
राजकीय बाल गृह बालिका यूनिट – 2, कानपुर नगर में बालिकाओं के खाने के सम्बन्ध में पूछने पर निरीक्षण के समय उपस्थित अधीक्षिका का द्वारा अवगत कराया गया की बालिकाओं को सुबह नाश्ते में उबला चना, दूध, चाय व फल- पपीता एवं दोपहर के भोजन में तहरी, पापड़, रायता दिया गया था। निरीक्षण के समय रसोई घर में बच्चों के लिए चाय बनाई जा रही थी।
संस्था में बच्चों के खेल-कूद के सम्बन्ध में जिला जज द्वारा प्रभारी अधीक्षिका को फुटबाल, क्रिकेट व बैडमिन्टन हेतु उचित स्थान निश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। संस्था में निवासरत बालिकाओं को उनके घर जाने हेतु उनके परिजनो से सम्पर्क स्थापित कर काउंसिलिंग कराये जाने व उनके परिजनो तक पहुंचाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। राजकीय बाल गृह बालक कल्याणपुर के निरीक्षण के समय उपस्थित अध्यापिका सुमन द्वारा बच्चों को नियमित रूप से शिक्षा दी जा रही है एवं विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी भी कराई जा रही थी।
, निरीक्षण के समय कुछ बच्चे विभिन्न एक्टिविटी करते हुए पाए गए। इसके साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि वह नियमित रूप संस्था में सफाई व्यवस्था बनाए रखें तथा डॉक्टर की विजिट समय से करवाये जाने हेतु संबंधित से पत्राचार करना सुनिश्चित करें।उपरोक्त संस्थाओं के निरीक्षण के समय संस्था में बागवानी के अध्यापक नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
इस संबंध में संबंधित अधीक्षकों को निर्देशित किया गया की जिला प्रोबेशन अधिकारी के माध्यम से बागवानी हेतु नियमित प्रशिक्षण कराया जाना सुरक्षित करें।निरीक्षण के समय *जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा नामित विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती रागिनी पाण्डेय उपस्थित रही।