Kanpur । शहर, 18 जुलाई, 2025: सीलिंग फैन (छत वाले पंखे) पर भी लागू होती है। भारत में उमस भरी गर्मी के बीच सीलिंग फैन का उपयोग कई गुना बढ़ जाता है। हाल ही में हुए अध्ययनों से साफ हो गया है कि 1960 के दशक में पंखों को उच्च गुणवत्ता की सामग्री से बनाया जाता था, जो आधुनिक पंखों की तुलना में बहुत लम्बे चलते थेअध्ययनों से यह भी साफ हो चुका है कि कॉपर-वाइंडिंग वाले पंखे, एलुमिनियम वाइंडिंग की तुलना में दोगुना लम्बे चलते हैं।
इसका कारण यह है कि कॉपर अधिक टिकाउ, जंग रोधी और रीसायक्लेबल होता है। वहीं एलुमिनियम वाइंडिंग का इस्तेमाल करने से पंखा जल्दी खराब होता है। इस तरह टिकाउ प्रोडक्ट्स चुनकर आप न सिर्फ अपना पैसा बचा सकते हैं, बल्कि धरती के संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि शॉर्ट-टर्म बचत के बजाए लॉन्ग-टर्म फायदों के बारे में सोचें।