परिवार नियोजन सेवाओं को सुदृढ़ बनाएं, प्रत्येक सेवा की करें रिपोर्टिंग
स्वास्थ्य विभाग के तत्वधान में पीएसआई इंडिया के सहयोग से निजी अस्पतालों के साथ हुआ संवाद
Kanpur । निजी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाने के सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को निजी अस्पतालों के साथ संवाद किया । स्वास्थ्य विभाग के तत्वधान में इस संवेदीकरण बैठक का आयोजन स्वयंसेवी संस्था द चैलेंज इनिशिएटिव – पीएसआई इंडिया के सहयोग से हुआ। बैठक की अध्यक्षता कर रहीं चिकित्सा स्वास्थ्य एवं कल्याण, कानपुर मंडल की अपर निदेशक (एडी हेल्थ) डॉ संजू अग्रवाल ने कहा की मध्यम वर्गीय परिवारों को परिवार नियोजन कार्यक्रम से जोड़ने में निजी क्षेत्र के अस्पताल अहम भूमिका निभा सकते हैं ।
ऐसे परिवारों के योग्य दंपति को ‘बॉस्केट ऑफ च्वाइस’ के सभी साधनों की जानकारी देने के साथ उन्हें सेवा दिलाई जाए । साथ ही जो लोग निजी क्षेत्र से सेवा ले रहे हैं उनकी रिपोर्ट भी स्वास्थ्य विभाग से साझा की जाए ।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के जनपदीय नोडल व एसीएमओ डॉ रमित रस्तोगी ने निजी अस्पतालों से अपील की कि वह परिवार नियोजन की सेवाओं को सुदृढ़ बनाएं और प्रत्येक सेवा की रिपोर्टिंग अवश्य करें। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल सेवा प्रदान करने के साथ साथ उसकी प्रतिमाह रिपोर्टिंग भी करें जिससे जिले में परिवार नियोजन सेवाओं की वास्तविक स्थिति का आंकलन किया जा सके और जिले का सूचकांक भी बेहतर हो । निजी और सरकारी क्षेत्रों का सही डेटा मिलने से नीति निर्माताओं को भी आवश्यकतानुसार कदम उठाने में मदद मिलती है और इससे परिवार नियोजन सेवाएं सुदृढ़ होंगी ।
डॉ रस्तोगी ने कहा कि परिवार नियोजन से सम्बन्धित आईईसी सामग्री (पोस्टर-बैनर) को निजी चिकित्सालयों में निर्धारित स्तर पर प्रदर्शित किया जाए और काउंसिलिंग के दौरान उनका इस्तेमाल किया जाए। प्रसूति एवं स्त्री रोग सोसायटी की आगामी बैठकों में सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
इस दौरान पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि शुभ्रा द्विवेदी ने निजी क्षेत्र में परिवार नियोजन कार्यक्रम की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने एचएमआईएस पोर्टल पर समय से रिपोर्टिंग और परिवार नियोजन रजिस्टर के प्रति भी संवेदीकरण किया । इस मौके पर करीब 50 से अधिक निजी अस्पतालों की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों सहित स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम मौजूद रही ।
रजिस्टर रखें मेंटेन
निजी चिकित्सालयों के नोडल व एसीएमओ डॉ सुबोध प्रकाश ने कहा कि फैमिली प्लानिंग रजिस्टर में निजी क्षेत्र के सेवा प्रदाता अपना रिकॉर्ड मेंटेन करें और उसे ही स्वास्थ्य विभाग को पोर्टल के जरिये भी भेजें । दंपति को यह संदेश अवश्य दिया जाए कि इमर्जेंसी पिल्स का इस्तेमाल कम से कम करना है । बच्चे की चाहत न रखने वाले दंपति आईयूसीडी, कंडोम, छाया, अंतरा, माला एन जैसे किसी न किसी साधन का इस्तेमाल अवश्य करें।
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