Sambhal: उत्तर प्रदेश का संभल रविवार की सुबह हिंसा की आग से सुलग उठा। यह मामला गंभीर हो गया है।
जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर मचे बवाल के बाद संभल में हिंसा भड़क गई।
पत्थरबाजी के जवाब में पुलिस की ओर से आंसू गैस दागे गए। हालांकि चार युवाओं की मौत पर राजनीति शुरु हो गई है।
मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय सिंह मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर हैरान करने वाला खुलासा किया है।
उन्होंने बॉडी में देशी तमंचे के कारतूस मिलने के साथ ही पॉइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारने का दावा किया है।
उन्होंने अफवाह फैलाने की बात के साथ सवाल किया कि सर्वे के दौरान आखिर नई उम्र के लड़कों को आगे क्यों किया गया?
मुरादाबाद के डिवीजनल कमिश्नर सिंह ने कहा कि संभल के हालात नियत्रिंत हैं। उस इलाके को छोड़कर दुकानें खुली हैं स्थिति सामान्य हैं।
जिस तरह के हिंसा को लेकर साक्ष्य मिल रहे हैं कड़ी कार्यवाही होगी, इतना ही नहीं एनएसए तक की कार्यवाही संभव है।
संभल सांसद और लोकल विधायक के बेटे को उकसाने में आरोपित किया गया है। ये वहां मौजूद थे।
पीएम रिपोर्ट में देशी बंदूक में इस्तेमाल होने वाले कारतूस और छर्रे का होना पाया गया है। एक लड़के को पॉइंट ब्लैंक रेंज यानी नजदीक से गोली मारी गई है।
अब पुलिस वहां नजदीक में थी नहीं। पुलिस को दूर-दूर थी। तब फिर यह तहकीकात का विषय है। पुलिस इस मामले की पड़ताल करेगी। साथ ही मजिस्ट्रेट जांच भी होगी।
डिवीजनल कमिश्नर सिंह ने कहा कि नए लड़कों को उकसाकर ये काम कराया गया है, जिनकी उम्र पढ़ने की है। कई काम-धंधे वाले थे।
अगर किसी को आना भी था, तब नए लड़के क्यों आए। आखिर क्यों कोई बुजुर्ग बातचीत के लिए नहीं आया। इस उकसावे में चार युवकों की मौत हुई है।
मुंह बांधकर लोग आए थे लेकिन सीसीटीवी में कई चेहरे नजर आए हैं, जिस पर काम किया जा रहा है। मस्जिद पर पत्थर मारकर क्षति पहुंचाने वालों की भी पहचान हो रही है।
हिंसा के मामले में लगातार अफवाह की वजह से इंटरनेट पर रोक लगाई गई है।
मस्जिद के बगल में कार को आग लगाई गई और पीछे से धुआं निकलता दिखाई दे रहा है।
इस तस्वीर को दूसरे तरीके से पेश किया गया। कोर्ट का मामला कानूनी तरीके से ही किया जाना चाहिए। हमने समय रहते स्थिति को नियंत्रण में किया। अफसोस है कि कुछ लोगों की जान चली गई।