London। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने विराट कोहली के अचानक ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर निराशा जतायी है। वॉन ने कहा कि वह विराट के इस प्रकार संन्यास लेने से टेस्ट क्रिकेट का भी नुकसान हुआ है। वॉन ने कहा कि विराट ने टेस्ट क्रिकेट के लिए जितना किया है उतना किसी और खिलाड़ी ने नहीं किया है।
उनकी आक्रामकता से टेस्ट को एक नई पहचान मिली है और उसके प्रति दर्शकों का आकर्षण बढ़ा है। वॉन ने कहा ,‘टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वालों में बहुत कम ही ऐसे हैं. जिनके जाने से मैं वाकई दुखी हुआ हूं कि अब इसे दोबारा खेलते देखने का मौका नहीं मिलेगा। मैं इसलिए भी दुखी हूं कि अब विराट को इंग्लैंड दौरे पर या आगे सफेद जर्सी में नहीं देख सकेंगे।’
वॉन ने कहा ,‘मैं स्तब्ध हूं कि वह अभी संन्यास ले रहा है और दुखी भी हूं। मुझे नहीं लगता कि टेस्ट प्रारूप के लिए किसी और बल्लेबाज ने इतना किया है जितना कोहली ने।’ भारत के सफलतम टेस्ट कप्तान कोहली की कप्तानी में भारत ने 68 में से 40 टेस्ट जीते हैं। वॉन ने कहा कि कोहली ने पारंपरिक प्रारूप से लोगों को फिर प्यार करना सिखाया और उनके बिना यह प्रारूप बहुत नीरस होता।
वॉन,‘एक दशक पहले जब वह कप्तान बना तो मुझे लगा था कि भारत की टेस्ट क्रिकेट में रूचि कम हो रही है। महेन्द्र सिंह धोनी सफेद गेंद के महान खिलाड़ियों में से थे पर मुझे लगता है कि उन्होंने ऐसी टेस्ट टीम की कप्तानी की जिसे प्रारूप से प्यार नहीं था।
खेल के लिए जरूरी है कि भारत की टेस्ट क्रिकेट में रूचि रहे और बतौर कप्तान विराट ने ऐसा ही किया। उनका जुनून, कौशल और टेस्ट क्रिकेट को लेकर उनके विचारों ने काफी सकारात्मक असर डाला. उनके बिना यह प्रारूप बेहद नीरस होता और अपनी अपील खो चुका होता।