Kanpur । कजरा मोहब्बत वाला आंखों में ऐसा डाला, कजरे ने ले ली जान…, दिल साडा चोरी हो गया हाय कि करिए कि करिए… जैसे गीतों को हंसराज हंस के बेटे युवराज हंस ने अपने चिर-परिचत अंदाज में गाया तो दर्शक खुद को नाचने से नहीं रोक सके।
मौका था मंगलवार को ग्रीनपार्क स्टेडियम में कानपुर प्रीमियर लीग (केपीएल) में फाइनल मैच के समापन समारोह का। इसमें युवराज हंस ने एक के बाद एक गीतों से रंग भर दिया।
फाइनल मैच से पहले समापन समारोह में युवराज हंस ने एक के बाद एक गीतों से समां बांध दिया। उन्होंने दुपट्टा तेरा सत रंग दा हीरीये- दुपट्टा तेरा सत रंग दा…, तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त- तू चीज बड़ी है मस्त, दिल चोरी साढ़ा हो गया ओवै की करिये-की करिये, ओ मैडम तेरी चाल, तेरे उलझे-उलझे बाल, मै नशे में टल्ली हो गया ओवै की करिये की करिये की…, तू मुझे कबूल मैं तूझे कबूल समेत अन्य गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।
इस पर दर्शक अपनी-अपनी जगह पर थिरकने लगे। उनकी प्रस्तुति पर दर्शकों में उनके साथ नाचने की होड़ लग गई। इसी प्रकार से युवराज हंस ने सपने में मिलती है कुड़ी मुझे सपने में मिलती है, सपने में मिलता है मुंडा मुझे सपने में मिलता है…, ले कर पहला-पहला प्यार…., मेरे रश्के कमर, तूने पहली नजर जब नजर से मिलाई, मजा आ गया की भी प्रस्तुति से समां बांध दिया।
उन्होंने बीसीसीआई उपाध्याय राजीव शुक्ला को भी गाना गाने पर विवश किया।साथ ही गीतों और संगीत की धुन पर केपीएल गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन डॉ. संजय कपूर, वन्यू डायरेक्टर संजय तिवारी समेत केपीएल के सभी सदस्यों ने जमकर नृत्य किया।