- उत्तर प्रदेश टीम के नए कोचको सीनियर टीम की तीन में दो ट्रॉफी जीतने की उम्मीद
Kanpur । मोहम्मद कैफ की कप्तानी में वर्ष 2006 में एकमात्र रणजी का खिताबी जीतने वाले उत्तर प्रदेश की टीम एक दशक से भी अधिक समय बाद अपने घरेलू कोच के साथ 15 अक्टूबर से शुरू हो रही देश की सबसे बड़ी ट्रॉफी में उतरने जा रही है। पिछले कई वर्षों से खिताब की तलाश कर रही टीम के गिरते प्रदर्शन को लेकर लगातार उठ रहे सवालों के बाद यूपीसीए ने इस बार अपने पूर्व क्रिकेटर अरिवंद कपूर को कोच बनाया है।
जिन्होंने पद संभालते ही सोमवार से ग्रीन पार्क में सीनियर टीम के संभावित 58 खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर प्रारम्भ कर दिया है। मंगलवार से इन खिलाड़ियों को टीमों में बांटकर अभ्यास मैच कराये जा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में अरविंद कपूर ने कहा कि राजीव शुक्ला व यूपीसीए के अधिकारियों ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है।
वह उस पर खरा उतरने के लिए अपना पूरा जोर लगायेंगे। उन्होंने कहा कि मुझसे पहले कई नामी गिरामी कोच रहे हैं, जिनसे मैं अपनी कोई तुलना नहीं करना चाहता। हमारी टीम में कई ऐसे खिलाड़ी है जो इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट व आईपीएल में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। लिहाजा इन्हें क्रिकेट सिखाने को कोई मतलब नहीं रह जाता।
मैं केवल उनकों कमियों को दूर करने व नई तकनीकियों पर काम करूंगा। आईपीएल, यूपी टी-20 लीग के बढ़ते क्रेज के चलते इस समय खिलाड़ी सफेद गेंद के क्रिकेट को अधिक पसंद करते है। इसी कारण वह तेजी व आक्रामक शैली में इस समय काफी दक्ष है लेकिन लाल गेंद से खेले जाने वाली रणजी ट्रॉफी के लिए उन्हें र्धेय व संयम की काफी जरूरत है। मेरा मुख्य उद्देश्य उन्हें इस विधा की ओर ध्यान केंद्रित करने पर रहेगा।
हमारे खिलाड़ियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, वह मेरे साथ एक दशक से भी अधिक समय से जुड़े हैं। जब मैं जूनियर चयन सिमिति में था। इसलिए हमारे बीच तालमेल काफी अच्छा है और पूरी उम्मीद है कि इस बार नतीजे अलग होंगे। सीनियर टीम की तीन ट्रॉफी में दो में हम खिताबी जीतने की पूरी कोशिश करेंगे। जिसमें रणजी समेत सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी शामिल है।