चुन्नीगंज से सेंट्रल के बीच अंडरग्राउंड स्टेशनों पर लगाई गईं 40 टिकट वेंडिंग मशीन
*ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन गेट लगाने का काम भी हो चुका है पूरा*
Kanpur । कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवा के विस्तार की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रहीं हैं। इस स्ट्रेच में पड़ने वाले पांचों अंडरग्राउंड स्टेशन; चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल में ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन गेट (एएफसी गेट) के बाद अब टिकट वेंडिंग मशीन इंस्टॉल करने का काम भी पूरा किया जा चुका है।
पांचों स्टेशन को मिलाकर कुल 40 टिकट वेंडिंग मशीनें इंस्टॉल की गईं हैं। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कॉरिडोर-1 के निर्माणाधीन स्टेशनों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग विभागों से जुड़े कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
मेट्रो ने यात्री सेवा के विस्तार से पहले नए स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीन लगा दिए हैं। यात्री इससे टिकट के लिए केवल टिकट काउंटर पर निर्भर ना रहकर स्वयं भी मशीन से अपना टिकट खरीद सकेंगे। उन्हें इसके लिए मशीन में अपना गंतव्य स्टेशन सेलेक्ट कर स्क्रीन पर दिख रहा टिकट शुल्क जमा करना होगा। निर्धारित स्थान तक रुपये का नोट ले जाने पर मशीन उसे स्वतः ले लेगी और बदले में टिकट व चेंज वापस कर देगी।
यात्री यहां से प्राप्त क्यूआर कोड (QR Code) वाले टिकट को एएफसी गेट पर स्कैन कर स्टेशन में प्रवेश कर पाएंगे। मेट्रो से यात्रा के लिए एनसीएमसी गो स्मार्ट कार्ड भी इस मशीन पर रिचार्ज हो सकेंगे। प्रत्येक स्टेशन पर ऐसे कुल 8 टिकट वेंडिंग मशीन इंस्टॉल किए गए हैं।
चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक पांचों स्टेशनों पर ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट (एएफसी गेट) के इंस्टॉलेशन का काम भी अब पूरा हो चुका है। चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा और कानपुर सेंट्रल के बाद नयागंज स्टेशन पर भी इन्हें इंस्टॉल कर दिया गया। विदित हो कि एएफसी गेट का इस्तेमाल यात्रियों के टिकट की जांच के लिए किया जाता है।
यात्री स्टेशन के पेड एरिया में प्रवेश और निकास के लिए टिकट पर लगे क्यूआर कोड (QR Code) को गेट पर स्कैन कराते हैं, जिससे यह गेट खुल जाता है। चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक कुल 59 एएफसी गेट इन्स्टॉल किए गए हैं।
*एमडी ने निर्माणाधीन स्टेशनों का किया दौरा*
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक, सुशील कुमार ने विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानपुर मेट्रो के निर्माणाधीन स्टेशनों का दौरा किया। इस दौरे की शुरूआत कानपुर सेंट्रल स्टेशन से हुई, जिसके बाद वे अन्य निर्माणाधीन स्टेशनों पर भी गए। प्रबंध निदेशक श्ने इस अवसर पर कहा कि, ‘‘कानपुर मेट्रो की टीम मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवा के विस्तार के लिए पूरी प्रतिबद्धता से जुटी हुई है।
इस स्ट्रेच में पड़ने वाले स्टेशनों पर टनल वेंटिलेशन सिस्टम, थर्ड रेल सिस्टम, एस्केलेटर, एएफसी गेट, टिकट वेंडिंग मशीन आदि इंस्टॉल किए जा चुके हैं।आने वाले दिनों में कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेनों का नियमित ट्रायल रन किया जाएगा।
मेट्रो कारीडोर – 1 एक नजर में
वर्तमान में, लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन यानी चुन्नीगंज से नौबस्ता तक चल रहे निर्माण कार्य के अलावा लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का निर्माण कार्य भी तेजी से बढ़ रहा है।