kanpur । पारस हेल्थ में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
कानपुर: उत्तर भारत में सांस से संबंधित बीमारियों के बढ़ते बोझ के मद्देनजर पारस हेल्थ कानपुर में 6 नवंबर तक मुफ्त सांस और फेफड़ों की बीमारियों से संबंधित कैंप का आयोजन कर रहा है ताकि इन बीमारियों की जल्दी पहचान हो सके और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों की रोकथाम हो सके।
उत्तर भारत के अन्य शहरों में अस्थमा, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) में बहुत वृद्धि देखने को मिली है। इसका कारण बढ़ता प्रदूषण और सीजनल उतार चढ़ाव है। एक इंश्योरेंस डाटा के अनुसार 2022-23 और 2023-24 के बीच श्वसन संबंधी क्लेम में कुल मिलाकर 5% की वृद्धि हुई।
इसमें 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों में 41% की वृद्धि हुई।डॉ. शिवम दीक्षित, कंसल्टेंट – पल्मोनोलॉजी, पारस हेल्थ कानपुर ने बताया, “हम ख़राब होती वायु गुणवत्ता और श्वसन मरीजों, खासकर छोटे बच्चों और वृद्धों की बढ़ती संख्या के बीच एक साफ़ लिंक देख रहे हैं। कई केसों में हल्की साँस फूलना या सुबह की खांसी जैसे लक्षणों को तब तक नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है जब तक कि स्थिति गंभीर नहीं हो जाती है।


