Kanpur ।बाबा आनंदेश्वर धाम में रविवार को भगवान शिव-मां पार्वती के प्रीति भोज पर बाबा का भव्य शृंगार और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। बाबा का अलौकिक श्रृंगार देखते ही बन रहा था। पूरा शहर इस अद्भुत क्षण का गवाह बनने के लिए सुबह से ही मंदिर पहुंच गया था।
आनंदेश्वर मंदिर में प्रति भोज (महाभंडारा) का शुभारंभ अखंड रामायण के पाठ से हुआ। इसमें 11 आचार्यों ने रामचरितमानस के श्लोक पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस दौरान भक्तों को अपने जीवन में भगवान के आदर्शों को अपनाने का संदेश दिया गया। सुबह मंगला आरती से भंडारे का का वितरण शुरू हुआ।
रामायण के साथ मंगला आरती के बाद भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। पूजन सामग्री चढ़ाकर भोलेनाथ से मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की। प्रसाद ग्रहण करने के लिए सुबह से देर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रही। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज व नारायण गिरी महाराज इस आयोजन के लिए लगातार निर्देश देते रहे।आयोजन में जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय मंत्री दीपेश्वर गिरी महाराज, मीडिया प्रभारी अंश कुमार, आशुतोष कुमार,संजय पुजारी, अमन, आदित्य, मनीष आदि का सहयोग रहा।
जूना अखाड़ा के गुरुमूर्ति अरुण भारती महाराज, विवेक पुरी महाराज, अटरीवंत महाराज, अवधेशानंद महाराज ने भक्तों का स्वागत अभिनंदन करते हुए महाप्रसादी स्वयं वितरण किया। करीब एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने शुद्ध देसी घी से निर्मित मटर-पनीर, राजमा, मिक्स वेज, छोले, चावल व हलुवा महाप्रसाद के रूप में ग्रहण किया।
मंदिर का हुआ भव्य श्रृंगार
मंदिर के मुख्य द्वार पर नंदी महाराज की प्रतिमा स्थापित की गई। पूरे मंदिर परिसर व गंगा तट को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों व मंदिर जाने वाले मार्गों को 500-500 मीटर तक सजाया गया था। साथ ही मां पार्वती व भोलेनाथ की 3.50-3.50 फीट की मनमोहक प्रतिमाएं स्थापित की गई।
भोले के भजनों पर झूमते रहे श्रद्धालु
भंडारा के साथ ही गंगा तट पर देर शाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। भोले बाबा की है शादी, हम तो नाचेंगे, जय-जय भोले भंडारी, शिव की लीला शिव ही जाने जैसे भजनों पर बाबा के भक्त देर रात तक जयकारें लगाते हुए झूमते रहे। इस दौरान पुष्पवर्षा भी की गई।