, नारायणपुर में मुठभेड़ के बाद वापस लौट रहे थे जवान,
आईईडी ब्लास्ट में 9 जवान शहीद
-सडक़ पर 10 फीट का गड्ढा, 25 फीट ऊंचे पेड़ पर मिला गाड़ी का मलबा
Bijapur/ जगदलपुर। अबूझमाड़ के दक्षिणी हिस्से में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद लौट रहे जवानों के पिकअप वाहन को सोमवार दोपहर को नक्सलियों ने विस्फोट से उड़ा दिया है। इसमें दंतेवाड़ा जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के 9 जवान (ड्राइवर सहित) शहीद हो गए और 5 से ज्यादा घायल हो गए। बताया जा रहा है कि यह वारदात बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग पर अमेली के पास हुई है। रविवार को नारायणपुर में हुई मुठभेड़ के बाद जवान लौट रहे थे।
बीजापुर मुख्यालय से कुटरू गांव करीब 40 किलोमीटर दूर है। यहीं से कुछ दूर अंबेली गांव के पास यह ब्लास्ट हुआ है। मौके पर 10 से 12 फीट का गड्ढा दिखाई दे रहा है। वहीं, स्कॉर्पियों गाड़ी के भी परखच्चे उड़ गए। 30 फीट दूर पेड़ पर भी स्कॉर्पियो गाड़ी का एक टुकड़ा लटका दिखा। आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर से संयुक्त ऑपरेशन पार्टी ऑपरेशन कर वापस लौट रही थी।
सोमवार को करीब सवा 2 बजे बीजापुर मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर अंबेली गांव के पास नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया। धमाका इतना जोरदार था कि सडक़ पर करीब 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया और वाहन के परखच्चे उड़ गए।
चार दिन तक जंगल में चले थे।
चार दिन तक जंगल में पैदल चलने के बाद जवान थके हुए थे, इसलिए वे पिकअप वाहन में सवार हो गए। विस्फोट के समय वाहन में लगभग 20 जवान सवार थे। दुर्घटना की सूचना के बाद बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव घटनास्थल की ओर निकल गए हैं। घायल जवानों को वहां से निकालने बचाव अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। बता दें कि इस मुठभेड़ में डीआरजी के प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए थे।
वे आत्मसमर्पित नक्सली थे। 2017 में उन्होंने समर्पण किया था। 2019 में वह जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) में शामिल हुआ था। इसके बाद वह लगातार कई मुठभेड़ में शामिल रहा है। वहीं इस मुठभेड़ में सोमवार को एक और पुरुष नक्सली का शव मिला है।
पांच वर्दीधारी नक्सलियों के शव मिले
इसके साथ ही अब तक दो महिला सहित पांच वर्दीधारी नक्सलियों के शव पुलिस को मिल चुके हैं। पुलिस के अनुसार मारे गए नक्सली दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के वरिष्ठ कैडर के हो सकते हैं।
नक्सलियों की पहचान की जा रही है
नक्सलियों की पहचान की जा रही है। घटनास्थल से अब तक एके-47, सेल्फ लोडिंग रायफल व अन्य अत्याधुनिक हथियार बरामद किए हैं। इस अभियान में चार जिले दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर एवं कोंडागांव की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के साथ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त पार्टी दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में अभियान पर है। दंतेवाड़ा में अप्रैल 2010 में नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों से भरे वाहन को आईईडी से उड़ा दिया था। इस घटना में 75 जवान शहीद हो गए थे। पिछले कुछ दिनों से सुरक्षाबलों द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई का बदला लेने के लिए नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।