- प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ने पिछले दिनों यूपीसीए की चयन प्रणाली, टेक्स चोरी, पदाधिकारियों पर मुकदमे आदि पर लगाये थे गंभीर आरोप
- यूपीसीए मीडिया कमेटी के नए चेयरमैन ने बकायदा प्रेस कांफ्रेस कर संघ पर लगाये गये सभी आरोपों का एक-एक कर दिया स्पष्टीकरण
Kanpur: प्रदेश सरकार के एक पूर्व मंत्री द्वारा पिछले दिनो उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) पर लगाये गये गंभीर आरोपों के बाद शनिवार को मीडिया कमेटी के चेयरमैन डा. संजय कपूर ने निराधार बताते हुए कहा कि वह इस समय खाली बैठे हैं और अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए मीडिया में गलत बयानबाजी कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार में पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं हज राज्य मंत्री ने पिछले दिनों यूपीसीए की चयन प्रणाली पर आरोप लगाते हुए कहा था कि खिलाड़ियों का चयन पैसे लेकर किया जाता है साथ ही संघ को कंपनी बनाकर लगातार टेक्स की चोरी की जाती है। इन्हीं आरोपों के बाद आज यूपीसीए द्वारा बकायदा एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित की गयी, जिसमें उन्होंने मंत्री द्वारा लगाये गये आरोंपों का खंडन करते हुए अपनी सफाई दी।
डा. कपूर ने प्रेसवार्ता में किसी का नाम लिये बिना कहा कि जो लोग यूपीसीए की चयन प्रणाली पर उंगली उठा रहे हैं, उन्हें देखना चाहिये कि पिछले चार दशकों से हमेशा भारतीय टीम में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी प्रतिभाग करते आए हैं। वर्तमान में भी चार खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा हैं। इन खिलाड़ियों का यदि बैक ग्राउंड देखा जाये तो वह सभी सामान्य घरों से हैं। उन्होंने कहा कि हमारी किसी भी घरेलू टीम के खिलाड़ियों को भी यदि देखे तो 90 प्रतिशत ऐसे खिलाड़ी होंगे जिनके घर की स्थिति बहुत सामान्य होगी। इसलिए पैसा लेकर टीम में चयन करने के जो आरोप लगे हैं वह पूरी तरह निराधार हैं। यूपीसीए को कंपनी बनाकर टेक्स चोरी के आरोप पर उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी को बनाने के पीछे एक उद्देश्य होता है। हमारा उद्देश्य क्रिकेट का विकास करना था, इसके लिए बकायदा बीसीसीआई समेत कंपनी लॉ और अन्य सभी से अनुमित के बाद ही हम अपना इमानदारी से काम कर रहे हैं। रही टेक्स चोरी की बात तो हमने पिछले साल 140 करोड़ रुपये टेक्स जमा किये थे, जिसमें 8 करोड़ रुपये रिंबर्स हुआ था। इस बार का भी टेक्स हमने फाइल कर दिया है। यूपीसीए पर लगातार हो रहे मुकदमों को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे देश में किसी पर भी आरोप लगाना बहुत आसान है। बिना किसी सबूत के लोग मुकदमा लिखा देते हैं, जिसके बाद न्यायालय में जाकर वह सभी निराधार साबित होते आए हैं। इसलिए आप जब भी किसी पर आरोप लगाये तो पहले उसकी सच्चाई का अच्छे से पता कर लें, किसी के कहने पर या बहकावे में आरोप न लगाए। उन्होंने कहा कि पहले लोग यूपीसीए पर लगातार आरोप लगाते रहते थे लेकिन अब समय बदल गया है। अब कोई भी ऐसा करेगा तो यूपीसीए शांत नहीं रहेगा। उसका खुलकर जवाब देगा। गौरतलब है कि यूपीसीए इतिहास में आज पहली बार ऐसा हुआ है जब उसने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों का खुलकर मीडिया के सामने आकर खंडन किया है।