UP । टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने पर्यावरण माह 2025 की शुरुआत की। इसके तहत “सतत संसाधन प्रबंध अभियान” थीम के जरिये कंपनी ने निरंतरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। यह पहल टोयोटा पर्यावरण चुनौती 2050 के व्यापक लक्ष्यों और “टोयोटा ग्लोबल विजन 2050 को साकार करने के लिए जागरूकता बढ़ाने” की वैश्विक थीम के अनुरूप है।
इस अभियान का उद्देश्य कंपनी और इसकी मूल्य श्रृंखला में स्थिरता की संस्कृति को मजबूत करना है। इस वर्ष के फोकस का एक प्रमुख तत्व ‘जीरो-बेस थिंकिंग’ को अपनाना है। यह एक ऐसी रणनीति है जिसमें सभी संसाधनों का जमीनी स्तर से पुनर्मूल्यांकन करना और केवल उन्हीं को बनाए रखना शामिल है जो वास्तविक मूल्य में योगदान करते हैं।
इस तरह, दीर्घकालिक स्थायी दक्षता को बढ़ावा मिलता है जो रिफ्यूज, रीसाइकिल (सर्कुलर इकनॉमी), रीयूज और रिड्यूस (4आर) के माध्यम से पूरा होता है। भारत में टीकेएम की 25 साल से ज़्यादा की सफल यात्रा को भी चिह्नित करता है और ‘जर्नी टू ग्रीन @ 25’ थीम के ज़रिए इसकी प्रमुख पर्यावरणीय उपलब्धियों को दर्शाता है।
इस मौके पर अपने विचार रखते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कार्यकारी उपाध्यक्ष और निदेशक (विनिर्म बी पद्मनाभ ने कहा, “टीकेएम में, पर्यावरण संरक्षण हमारे कॉर्पोरेट दर्शन और परिचालन रणनीति में गहराई से समाया हुआ है।