आप नहीं जानते कि भाग्य कहां ले जाएगा
New delhi । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि युवाओं को सपने देखना बंद नहीं करते हुए उन्हें पूरे करने का प्रयास करना चाहिये। विश्वकप में भारतीय टीम की जीत से उत्साहित हरमनप्रीत ने कहा कि उन्होंने सपने देखना कभी नहीं छोड़ा इसी कारण वह भारतीय टीम को पहला महिला विश्व कप खिताब जिताने में सफल रहीं।
हरमनप्रीत ने युवाओं से कहा, ”सपने देखना कभी बंद मत करो। आप कभी नहीं जानते कि आपका भाग्य आपको कहां ले जाएगा।ÓÓ हरमनप्रीत ने कहा, ”जब से मैंने बचपन में अपनी पसंद-नापसंद का अंदाज़ा लगाना शुरू किया है, तब से मेरे हाथ में हमेशा बल्ला रहता है। मुझे आज भी याद है कि हम अपने पिताजी के किट बैग से एक बल्ला लेकर खेला करते थे।
वह बल्ला बहुत बड़ा था।ÓÓ उन्होंने आगे कहा, ”एक दिन मेरे पिताजी ने मेरे लिए अपना एक पुराना बल्ला काटकर छोटा कर दिया। हम उससे खेला करते थे। जब भी हम टीवी पर मैच देखते थे, भारत को खेलते हुए देखते थे या विश्व कप देखते थे, तो मैं सोचती थी कि मुझे भी ऐसे ही मौके की जरूरत है। उस समय मुझे महिला क्रिकेट के बारे में पता भी नहीं था।ÓÓ बचपन से शुरू हुआ यह सफर विश्व कप ट्रॉफी उठाने तक पहुंचा हालांकि इस बीच उन्हें मुश्किल दौर से भी गुजरना पड़ा।
हरमनप्रीत ने साथ ही कहा, ”मैं सपना देख रही थी कि मैं यह नीली जर्सी कब पहनूंगी। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। एक युवा लड़की जो महिला क्रिकेट के बारे में नहीं जानती थी, लेकिन फिर भी एक दिन अपने देश में बदलाव लाने का सपना देख रही थी। इससे हमें सीख मिलती है कि आपको सपने देखना कभी नहीं छोड़ना चाहिए। आप कभी नहीं जानते कि आपका भाग्य आपको कहां ले जाएगा।
आप कभी नहीं सोचते, यह कब होगा, यह कैसे होगा। आप केवल यही सोचते हैं, यह होगा। मुझे विश्वास था कि ऐसा हो सकता है और आखिर में वैसा ही हुआ।ÓÓ इस खिलाड़ी ने कहा कि बचपन का सपना पूरा होने के बाद वह राहत और खुशी महसूस कर रही हैं। हरमनप्रीत ने कहा,”व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए यह बहुत भावुक क्षण है क्योंकि बचपन से ही यह मेरा सपना था। जब से मैंने खेलना शुरू किया तो एक दिन विश्व कप जीतना मेरा सपना था।
अगर मुझे अपनी टीम का नेतृत्व करने का मौका मिलता है तो मैं यह मौका नहीं गंवाना चाहती।” उन्होंने कहा, ” मैंने ये सारी बातें अपने दिल की गहराइयों से कहीं और भगवान ने एक-एक करके सब कुछ सुन लिया। यह जादू जैसा है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि अचानक सब कुछ कैसे ठीक हो गया। अब हम विश्व चैंपियन हैं। मैं बहुत निश्चिंत महसूस कर रही हूं। मैं ईश्वर की आभारी हूं जिन्होंने हमें यह पल दिया जिसका हम वर्षों से सपना देख रहे थे।


