New Delhi । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ट्वीट कर बड़ा दावा किया कि कश्मीर में अलगाववाद अब इतिहास की बात हो चुका है। पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की एकीकरण नीतियों ने जम्मू-कश्मीर से अलगाववाद को जड़ से खत्म कर दिया है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, कि हुर्रियत के दो संगठनों, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और डेमोक्रेटिक पॉलिटिकल मूवमेंट ने अलगाववाद से सभी संबंध तोड़ने की घोषणा की है। यह भारत की एकता को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने आगे कहा, कि मैं सभी ऐसे समूहों से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं और अलगाववाद को हमेशा के लिए समाप्त करें।
गौरतलब है कि गृहमंत्री शाह ने संसद में भी इस मुद्दे को उठाया था और कहा था, कि कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा किए जाने वाले पथराव और हड़ताल का दौर अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं।
सदन को शाह ने बताया कि 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में 70 फीसदी तक की गिरावट आई है। गृह मंत्रालय (एमएचए) के कामकाज पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि इस कदम ने राज्य में स्थिरता, आर्थिक प्रगति और सुरक्षा को बढ़ावा दिया है।
संविधान निर्माताओं का सपना हुआ साकार
शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 को समाप्त कर प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने संविधान निर्माताओं के सपने को पूरा किया, जिन्होंने इसे अस्थायी प्रावधान कहा था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 34 वर्षों तक कश्मीर में सिनेमा हॉल बंद रहे और मुहर्रम के जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब सिनेमा हॉल फिर से खुल गए हैं और लोग शांतिपूर्वक मुहर्रम के जुलूस निकाल रहे हैं।
कश्मीर को मिला वैश्विक मंच
गृहमंत्री शाह ने कश्मीर में सफलतापूर्वक आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने कश्मीर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित कर दिया है और यह क्षेत्र अब दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।