New Delhi । गुजरात की धरती की एक बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी आज देश के लिए गौरव की जीती-जागती प्रतिमूर्ति बन गई हैं। भारतीय सेना की इस बहादुर महिला अधिकारी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में मीडिया को संबोधित कर पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
कर्नल सोफिया कुरैशी मूल रूप से वडोदरा की रहने वाली हैं और एम.एस. की छात्रा हैं। उन्होंने 1997 में विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। अपने वैज्ञानिक अध्ययन के बाद, उन्होंने भारतीय सेना को चुना और सिग्नल कोर में शामिल होकर कई सफलताएँ हासिल कीं। उनके दादा भी भारतीय सेना से जुड़े थे। जिन्होंने धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवा में योगदान दिया।
सैन्य परंपरा में पली-बढ़ी सोफिया और उनके पति आज भारतीय सेना की मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में अधिकारी हैं। दोनों देश की रक्षा के लिए समर्पित हैं। 2016 में कर्नल सोफिया ने भारतीय सेना के इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। वह भारतीय सेना का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं और आसियान प्लस देशों के बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास फोर्स 18 में भाग लेने वाले 18 देशों में एकमात्र महिला कमांडर बनीं।
उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने वैश्विक स्तर पर अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। उन्होंने न केवल क्षेत्र में योद्धाओं की भूमिका निभाई है, बल्कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय शांति मिशनों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कर्नल सोफिया ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर देश की सुरक्षा पर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन दोनों महिला अधिकारियों की चर्चा हो रही है, और हर भारतीय दोनों की सराहना कर रहा है। एक्स पर सोफिया ट्रेंड कर रही हैं, साथ ही विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भी तारीफ हो रही है। इसके अलावा, नारी शक्ति भी ट्रेंड कर रहा है।
एक्स पर एक यूजर ने लिखा, भारत के बेटियां, जिन्होंने गीदड़ों का वध करके दुनिया को बताया।
दो महिलाएं, दो अलग आस्थाएं, लेकिन मिशन एक….ये है असली भारतवे दो महिलाएं जो कि ऑपरेशन सिंदूर को दुनिया के सामने लाया ने दुनिया को शक्ति, बलिदान और शक्ति का प्रतीक है।