New delhi । भारत के क्रिप्टो निवेशकों के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता बनकर उभरी है। यह खुलासा कॉइनस्विच द्वारा किए गए एक पैन-इंडिया सर्वे में हुआ है। कॉइनस्विच देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म है, जिसके पास 2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। सर्वे के अनुसार, लगभग एक-तिहाई प्रतिभागियों का मानना है कि अगर क्रिप्टो मार्केट में उन्नत सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं, तो उनका भरोसा और सुरक्षा का एहसास काफी बढ़ जाएगा।
यह आंकड़े इस बात की ओर इशारा करता है कि भारतीय क्रिप्टो सेक्टर में मज़बूत सुरक्षा ढाँचे, अधिक पारदर्शिता और उपयोगकर्ता-प्रथम सुरक्षा प्रणालियों की मांग लगातार बढ़ रही है।2025, में देशभर के लगभग 3000 सक्रिय क्रिप्टो निवेशकों से जानकारी जुटाई गई। उनकी भावना — सकारात्मक, तटस्थ और नकारात्मक — चाहे जो भी रही हो, एक बात साफ थी: सुरक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी रिटर्न।
निवेशकों की अपेक्षाएं अब केवल कम शुल्क और फीचर सेट तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि वे उससे आगे बढ़कर मजबूत सुरक्षा उपायों और विश्वास निर्माण पर केंद्रित हो रही हैं।कॉइनस्विच के सह-संस्थापक आशीष सिंघल ने कहा, “भारत में क्रिप्टो अपनाने की कहानी उतनी ही भरोसे पर आधारित होगी, जितनी नवाचार पर। यह सर्वे उस बात की पुष्टि करता है, जिस पर हम लंबे समय से विश्वास करते आए हैं।
उपयोगकर्ता प्लेटफ़ॉर्म से केवल मुनाफ़ा ही नहीं, बल्कि सुरक्षा, जवाबदेही और स्पष्ट समाधान तंत्र की भी उम्मीद रखते हैं। यही आने वाले विकास चरण की नींव है। कॉइनस्विच में, हम इन अपेक्षाओं को पूरा करने और हर निवेशक के लिए एक सुरक्षित, भरोसेमंद और मज़बूत क्रिप्टो इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”