New Delhi । ऑपरेशन सिंदूर से अभी पाकिस्तान उबरा नहीं था कि उधर बलूच आर्मी ने पाकिस्तान के 12 सैनिकों को मार गिराया। दूसरी ओर आज सुबह से ही पाकिस्तान में एक के बाद एक कई धमाके हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के लाहौर, कराची और गुजरांवाला,रावलपिंडी सहित 9 शहरों में ड्रोन हमले हुए हैं। वहीं,इस हमले के बाद पाकिस्तान में अफरातफरी मची हुई है।
लोग शहर छोड़कर दूसरे शहर की ओर भाग रहे हैं। इस हमले को लेकर पाकिस्तानी सेना ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये हमले भारत की ओर से किए गए हैं।
बता दें कि पाकिस्तान एक बार फिर धमाकों की चपेट में आ गया है। लाहौर में हुए बैक-टू-बैक ब्लास्ट के बाद अब कराची में भी धमाका हुआ है। जानकारी के अनुसार कराची एयरपोर्ट के पास मलिर इलाके में यह विस्फोट हुआ जिससे इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाका इतनी जोरदार था कि दूर तक इसकी आवाज सुनी गई। विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस और सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल घटनास्थल को घेर लिया गया है और जांच जारी है।
धमाके के बाद हवा में उड़ गए सेना के जवान
पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच क्षेत्र में सुरक्षाबल की एक गाड़ी पर घात लगातार IED से हमला किया गया। यह हमला मंगलवार को किया गया था। लेकिन हमले की फुटेज अब सोशल मीडिया पर सामने आई है।फुटेज में दिख रहा है कि धमाके के बाद गाड़ी में सवार जवान कई मीटर तक हवा में उड़ गए. जवानों के चिथड़े भी हो गए।
हमले के बाद पाकिस्तानी सेना की ओर से कहा गया कि बलूच लिबरेशन आर्मी के आतंकवादियों ने माच क्षेत्र में सुरक्षाबल की एक गाड़ी को विस्फोटकों से निशाना बनाया. सेना ने बताया था कि इस हमले में उसके 7 सैनिक मारे गए हैं।आतंकवादियों को मार गिराने के लिए इलाके की तलाशी ली जा रही है।
लंबे समय से अशांत चल रहा बलूचिस्तान
पाकिस्तानी सेना की ओर से दावा किया गया कि पिछले हफ्ते पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने देश के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में 2 अलग-अलग घटनाओं में 10 आतंकवादियों को मार दिया था।
हालांकि बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लगातार हमले कर रही है और उसे खासा नुकसान भी पहुंचा रही है। मार्च में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस का बलूच लिबरेशन आर्मी के लोगों ने अपहरण कर लिया था ।जिसमें 440 यात्री सवार थे। इसमें बड़ी संख्या में पाकिस्तान के सैनिक मारे गए थे।
स्थानीय बलूच लोगों और पार्टियों की ओर से लगातार किए जा रहे हमले की वजह से बलूचिस्तान लंबे समय से अशांत है. वहां पर पिछले 2 दशकों से अशांति बनी है और लगातार हमले किए जा रहे हैं।स्थानीय बलोच नेताओं का आरोप है कि देश की संघीय सरकार बलूचिस्तान की कीमती खनिज संपदा का दोहन कर रही है और उसके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है।


