New Delhi । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली को लगता है कि अब उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेलने का अवसर शायद ही मिले। कोहली ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में शानदार शतक के साथ शुरुआत की थी पर इसके बाद के मुकाबलों में वह असफल रहे थे।
जिससे भारतीय टीम को सीरीज में हार मिली थी। इससे भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दौड़ से भी बाहर हो गयी थी। विराट ऑस्ट्रेलिया दौरे में 9 पारियों में 23.75 की औसत के साथ 190 रन ही बना पाये।
कोहली को अंदाजा है कि उन्हें फिर से ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने का मौका नहीं मिलेगा।
उन्होंने आरसीबी के एक कार्यक्रम में कहा, “अगर आप मुझसे यह पूछेंगे कि मुझे कितनी ज्यादा निराशा होती है, किसी हार के बाद तो उसमें ऑस्ट्रेलिया का हाल का दौरा सबसे पहला रहा। यह मुझे इसलिए भी ज्यादा निराश करने वाला रहा क्योंकि अब शायद ही मुझे दोबारा ऑस्ट्रेलिया में जाकर फिर से चार साल के बाद टेस्ट खेलने का अवसर मिले।” उन्होंने आगे कहा, “मैंने जो गलतियां ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर इस बार की है उसको ठीक करने का अवसर मिलना संभव नहीं है।
ऐसे में जो कुछ भी आपके साथ जीवन में हो गया उसके बारे में शांति से सोचना होता है और उसी के साथ रहना पड़ेगा। अगर आप देखें तो 2014 के इंग्लैंड दौरे के बाद मेरे पास 2018 में वापस से जाकर गलतियों को सुधारने का मौका था जिसे मैंने किया पर इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जो हुआ उसमें सुधार नहीं कर पाउंगा।
इस पूर्व कप्तान ने “एक बार जब बाहर से निराशाजनक चीजों को सोचने लगते हैं तो फिर यही आपको ऊपर बोझ बन जाता है! इसी तरह का कुछ मैंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भी इस बार महसूस किया। ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि दौरे की शुरुआत पहले टेस्ट मैच में अच्छा स्कोर किया था।
मैंने सोचा चलो ये तो काफी अच्छा हुआ है अब ये सीरीज मेरे लिए काफी बड़ी होने वाली है पर ऐसा हुआ नहीं। मुझे इस बात को स्वीकार करना ही होगा।”