सौरभ हत्याकांड के आरोपियों को केस लड़ने नहीं मिल रहा वकील
New Delhi । यूपी के मेरठ में अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की हत्या करने वाली मुस्कान रस्तोगी को केस लड़ने के लिए वकील नहीं मिल रहे हैं। आरोपी मुस्कान ने सरकारी बचाव वकील से मांग करते हुए कहा है कि उसका परिवार उसके लिए नहीं लड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वे उससे नाराज हैं। मुस्कान और साहिल सौरभ की हत्या के आरोप में मेरठ जिला जेल में बंद हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि आरोपी मुस्कान और साहिल को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। ये विशेष रूप से पुरुषों और महिलाओं के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों के बीच कोई संपर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि शनिवार को मुस्कान जेल अधीक्षक से मिलना चाहती थी, तो उन्होंने उसे फोन किया उसने कहा कि उसका परिवार परेशान है और उसका केस नहीं लड़ेगा। इसलिए उसे सरकारी बचाव वकील मुहैया कराया जाए। जेल अधीक्षक ने कहा कि कोर्ट में याचिका भेजी जा रही हैं क्योंकि यह कैदी का अधिकार है।
मुस्कान ओर साहिल को ड्रग एडिक्शन की समस्या है। मुस्कान ने जेल में मॉर्फिन इंजेक्शन की मांग की और साहिल ने मारिजुआना की। दोनों ने खाना खाने से भी मना कर दिया। यह ड्रग लेने वालों के लक्षण होते हैं। जेल अधीक्षक ने कहा कि दोनों का नशा मुक्ति केंद्र में इलाज किया जा रहा है। मुस्कान और साहिल की काउंसलिंग दी जा रही है। उन्हें योग और ध्यान सत्रों के लिए भेजा जा रहा है। जेल अधीक्षक ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही हैं कि आम कैदी उनसे दूर रहें।
मुस्कान के पिता प्रमोद ही उसे अपराध कबूल करवाने के लिए पुलिस के पास लेकर गए थे। हालांकि उसने शुरू में अपने माता-पिता को कहा दिया था, लेकिन जब उन्होंने सच्चाई बताने के लिए दबाव डाला तो मुस्कान ने अपने पति की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पिता प्रमोद ने अपनी बेटी के लिए मृत्युदंड की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में फैसला जल्द आना चाहिए। मुस्कान ने जो किया वह बहुत गलत है। मेरे दामाद को न्याय मिलना चाहिए।