Mumbai ।अच्छाई की बुराई पर विजय के प्रतीक — दशहरा और दिवाली की रौनक अब धीरे-धीरे फीकी पड़ रही है और खत्म होते हुए फेस्टिव सीजन के समय कलर्स का लोकप्रिय पौराणिक शो ‘शिव शक्ति – तप, त्याग, तांडव’ दर्शकों को उस महान गाथा की ओर ले जा रहा है जिसने इस शाश्वत संघर्ष को जन्म दिया था।
यानी रावण की उत्पत्ति की वह कथा, जो भगवान शिव के परम भक्त के रूप में उनकी पहचान को कायम करती है। आने वाले एपिसोड्स में अहंकार और भक्ति के बीच एक जबरदस्त टकराव देखने को मिलेगा, जब शक्तिशाली रावण की भेंट भगवान शिव के परम भक्त और द्वारपाल नंदी से होती है। गर्व की अग्नि भक्ति की शांति से टकराती है, और कैलाश पर्वत इस दिव्य संघर्ष का साक्षी बनता है।
इस ऐतिहासिक और गहन भूमिका को जीवंत कर रहे हैं पुनीत इस्सर, जो अपनी गहरी आवाज़, प्रभावशाली उपस्थिति और पौराणिक चरित्रों को जीवंत करने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। अपने अनुभव को साझा करते हुए पुनीत इस्सर ने कहा , “मैं जीवनभर पौराणिक कथाओं के साथ जिया हूं, और हर बार जब मैं इन कहानियों की ओर लौटता हूँ, मुझे इनमें सत्य की नई परतें दिखाई देती हैं।

