Mumbai । सदी के महानायक यानि की अमिताभ बच्चन की फिल्मों से जुड़ी कई कहानियां उनके फैंस के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। अमिताभ बच्चन ने अपने अद्भुत अभिनय और दृढ़ता से भारतीय सिनेमा में एक अमिट छाप छोड़ी है।ऐसी ही दो ऐतिहासिक घटनाएं उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्मों ‘कूली’ और ‘काला पत्थर’ से जुड़ी हुई हैं, जिनमें उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। साल 1982 में फिल्म ‘कूली’ की शूटिंग के दौरान एक एक्शन सीन में अमिताभ बच्चन बुरी तरह घायल हो गए थे।
चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। उस दौरान उनके फैंस ने उनके लिए दुआएं कीं, और आखिरकार उनकी जान बच गई। ‘कूली’ के रिलीज होते ही यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई और बॉलीवुड की ऐतिहासिक फिल्मों की लिस्ट में शामिल हो गई। ‘कूली’ के अलावा, 1979 में आई मल्टीस्टारर फिल्म ‘काला पत्थर’ भी अमिताभ बच्चन के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है। यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी चासनाला खनन आपदा पर आधारित थी। फिल्म के एक दृश्य में, अमिताभ बच्चन पर गंदा और विषैला पानी गिराया जा रहा था। इससे उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ने की संभावना थी, लेकिन उन्होंने बिना रुके शूटिंग जारी रखी। हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) के मंच पर इस फिल्म से जुड़ा एक रोचक खुलासा हुआ।
प्रतियोगी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने अमिताभ बच्चन की दृढ़ता की तारीफ करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने ‘काला पत्थर’ की कठिन परिस्थितियों में भी पूरी लगन से काम किया। कौशलेंद्र ने यह भी बताया कि अमिताभ के पिता और प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन ने अपनी किताब में इस घटना का जिक्र किया है।
इसके अलावा, शो के दौरान अमिताभ बच्चन की एक खास आदत का भी खुलासा हुआ। कौशलेंद्र ने बताया कि अमिताभ हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुंह करके खाना खाते हैं। इसका कारण महाभारत में दिए गए उस तथ्य से जुड़ा है, जिसमें कहा गया है कि उत्तर दिशा में मुंह करके खाना खाने वाले लोग सत्य के मार्ग पर चलते हैं।