अब 33 साल के हो चुके हैं आनंद वर्धन
Mumbai । 1999 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की फिल्म सूर्यवंशम भले ही बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हो, लेकिन इसका टीवी पर सफर बेहद शानदार रहा है। यह फिल्म टेलीविजन पर सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली फिल्मों में शुमार है और इसके कई संवाद और किरदार आज भी सोशल मीडिया पर मीम्स के जरिए जीवित हैं।
खासकर हीरा ठाकुर और उनके बेटे के रिश्ते को दिखाने वाले दृश्य अब भी दर्शकों के दिलों में बसे हुए हैं। फिल्म में अमिताभ बच्चन ने डबल रोल निभाया था और उनके बेटे का किरदार निभाने वाले चाइल्ड आर्टिस्ट आनंद वर्धन ने भी अपनी मासूम अदायगी से खास पहचान बनाई थी।
आज वही आनंद वर्धन 33 साल के हो चुके हैं और उन्हें पहचान पाना काफी मुश्किल हो गया है।
आनंद वर्धन ने उस समय अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत किया था जब वे सिर्फ चार साल के थे और सूर्यवंशम के बाद उन्हें चाइल्ड आर्टिस्ट के रुप में पहचान मिली थी ।
वे तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में वह एक जाना-पहचाना नाम थे। सूर्यवंशम में उन्होंने छोटे ठाकुर भानु प्रताप की भूमिका निभाई थी। फिल्म का एक बेहद लोकप्रिय डायलॉग ‘संस्कार उम्र से बड़े हैं’ उन्हीं पर फिल्माया गया था, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इस सीन में वे अपने दादा जी ठाकुर भानु प्रताप सिंह को स्याही गिरने पर माफ कर देते हैं, और यही क्षण फिल्म की सबसे भावनात्मक झलकियों में से एक बन गया।
इस फिल्म का निर्देशन ईवीवी सत्यनारायण ने किया था और यह तमिल फिल्म सूर्या वामसम की हिंदी रीमेक थी। शुरुआती दौर में फिल्म को सिनेमाघरों में कुछ खास प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन समय के साथ इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई और यह एक क्लासिक के रूप में उभरी।
हर उम्र के दर्शकों ने इसे अपना प्यार दिया। वर्तमान में आनंद वर्धन फिल्मों से पूरी तरह दूर नहीं हुए हैं। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट साउथ की कई अन्य फिल्मों में भी काम किया और आज भी फिल्म इंडस्ट्री से उनका नाता बना हुआ है। हालांकि अब वह काफी बदल चुके हैं और बहुत से लोग उन्हें पहचान भी नहीं पाते।