Wednesday, October 15, 2025
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Kanpur : टीईटी अनिवार्यता के विरोध में गरजा उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ,सौंपा ज्ञापन

 

Kanpur ।शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्यता किए जाने को लेकर प्रदेश भर के शिक्षकों में रोष है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के विरोध में रविवार को हजारों शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए विरोध दर्ज कराया और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान,प्रतिभा शुक्ला,महेश त्रिवेदी विधायक/ पूर्व मंत्री के ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।

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उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र कुमार सिंह  ने कहा की शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना कभी भी अनिवार्य नहीं रहा था। न ही इस संबंध में भारत सरकार अथवा किसी राज्य सरकार द्वारा कोई दिशा-निर्देश या आदेश जारी किया गया था।

 

 

हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक आदेश पारित कर यह कहा गया है कि देश में शिक्षक बने रहने के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा।उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों की सेवा अवधि केवल पांच वर्ष शेष है,उन्हें इस अनिवार्यता से छूट दी गई है।परंतु ऐसे शिक्षक भी प्रोन्नति के लिए पात्र नहीं रहेंगे। सरकार को काले कानून का निर्णय वापस लेना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह अव्यावहारिक

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री विकास तिवारी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है वह पूरी तरह से अव्यावहारिक है और सरकार को इस पर पहल करते हुए शिक्षक हित में इस फैसले को निरस्त कराना चाहिए।

आरटीई एक्ट लागू होने से पहले जो शिक्षक भर्ती हुए थे उस समय उन्होने जो भी मानक था उसे पूरा किया था। अब नए सिरे से उनपर टीईटी की बाध्यता लागू करना न्यायसंगत नहीं है। सरकार को इस फैसले को लागू करने से बचना चाहिए।

सरकार के फैसले से मजबूर लाखों शिक्षक सड़को पर

वहीं मांग पत्र में केंद्र सरकार और एनसीटीई से आग्रह किया गया है कि पूर्व नियुक्त शिक्षकों को राहत दी जाए और टीईटी से मुक्त रखा जाए।साथ ही सेवा शर्तों को सुरक्षित रखते हुए उनकी नियुक्तियों को मान्यता प्रदान की जाए।शिक्षक संघ का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो लाखों शिक्षक सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

संगठन ने सरकार से जल्द सकारात्मक हस्तक्षेप की अपेक्षा जताई है,ताकि शिक्षकों और उनके परिवारों का भविष्य सुरक्षित रह सके।इस अवसर पर मोहम्मद अनस,शिवेंद्र सिंह,शिव प्रकाश तिवारी,विजय श्रीवास्तव संध्या बाजपेयी मीरा प्रजापति,ऊषा सिंह,सौरभ पाण्डेय और समस्त ब्लाक की महिलाएं शिक्षक उपस्थित रहे।

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