यूपीसीए के नाम से सोसाइटी में पंजीकृत कराई गई नई संस्था
लोगों कॉपी कर उल्टा यूपीसीए को ही इस्तेमाल न करने का भेजा नोटिस
Kanpur । वर्ष 1928 से भारतीय क्रिकेट का अभिन्न अंग रहा उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) उसकी छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने को मजबूर हो गया है। पिछले दिनों यूपीसीए के नाम से एक नये संगठन का गठन रजिस्ट्रार, फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स के द्वारा किया गया।
इसके बाद उसके ‘लोगोÓ को भी ट्रेडमार्क अधिनियम के द्वारा रिजस्टर्ड कराने के बाद उल्टा यूपीसीए को ही इसका प्रयोग न करने की चेतावनी दे दी गयी। लिहाजा यूपीसीए ने भी अब इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।
आगरा के जीडी वर्मा ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के नाम से नये संघ का रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रार, फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स के तहत करवाया। इसके बाद उन्होंने खुद को नया सचिव घोषित करते हुए प्रदेश के जिलों में सम्बद्धता लेने के लिए भी आवेदन किया।
दो दिन पहले उन्होंने यूपीसीए के ‘लोगोÓ को भी अपना करार देते हुए उनकों इसका प्रयोग न करने का नोटिस जारी कर दिया। जिसके बाद यूपीसीए द्वारा अपने वकील द्वारा उक्त प्रकरण पर कानूनी कार्यवाही करनी शुरू कर दी है। साथ ही रजिस्ट्रार, फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स को भी अपनी शिकायत दर्ज कराने जा रहे हंै।
गौरतलब है कि यूपीसीए पहले सोसाइटी एवं रजिस्टार के अंतर्गत रजिस्ट्रर्ड था लेकिन कई वर्ष पहले उसने खुद को कंपनी में तब्दील कर लिया। भले ही उसने सोसाइटी में अपना नवीनीकरण न कराया हो लेकिन नियामानुसार अन्य कोई भी व्यक्ति उसके इस नाम का र्दुप्रयोग नहीं कर सकता। इसी बाबत वह इसकी शिकायत सोसाइटी कार्यालय में करने जा रहा है। साथ ही उसकी छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाएगा।
भले ही यूपीसीए ने कई वर्षों से रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण न कराया हो लेकिन कोई दूसरा व्यक्ति उक्त नाम का प्रयोग नहीं कर सकता। यदि उसने इसी नाम से रजिस्ट्रेशन कराया है, तो उसने शपथपत्र में गलत जानकारी दी है।
क्योंकि शपथ पत्र में स्पष्ट होता है कि जिस नाम से भी रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है वह या उससे मिलता-जुलता कोई भी नाम और उसी पते का पहले कोई पंजिकरण नहीं है। यदि ऐसा पाया जाता है तो उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जायेगा। नहीं तो उसे अपना नाम बदलना पड़ेगा।
— डिप्टी रजिस्ट्रार पारस नाथ गुप्ता
यूपीसीए के नाम से रजिस्ट्रेशन और ‘लोगोÓ का प्रयोग करने की जानकारी मिली है। हमने अपने वकील से इस मामले में कानूनी कार्यवाही करने को कहा है। जल्द ही यूपीसीए की छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ नोटिस भेजी जायेगी। साथ ही रजिस्ट्रार, फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स कार्यालय में भी शिकायत दर्ज करायी जायेगी।
– यूपीसीए सीईओ अंकित चटर्जी