’आजाद‘ टीबीएम मशीन झकरकटी से ‘अप-लाइन‘ पर बढ़ी आगे; कानपुर सेंट्रल तक आखिरी 940 मीटर स्ट्रेच पर टनल का करेगी निर्माण
एमडी ने सेंट्रल समेत कॉरिडोर -1 के स्टेशनों का किया दौरा
Kanpur । मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 (आईआईटी – नौबस्ता) के अंतर्गत मोतीझील से क सेंट्रल तक यात्री सेवाओं के विस्तार के जल्द ही आरंभ होने की संभावना है। इस दौरान उक्त कॉरिडोर के अंडरग्राउंड सेक्शन में शेष बचे हुए दो स्टेशनों के लिए टनलिंग का कार्य भी तेजी से अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है।
‘आजाद‘ टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम मशीन) स्वदेशी कॉटन मिल के निकट स्थित रैंप एरिया से झकरकटी तक टनल निर्माण पूरा करने के बाद, अब कानपुर सेंट्रल तक आखिरी 940 मीटर स्ट्रेच पर टनल निर्माण के लिए आगे बढ़ रही है। आने वाले दिनों में इस मशीन के कानपुर सेंट्रल पहुंचते ही कॉरिडोर-1 के ‘अप-लाइन टनल‘ का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। ‘
डाउनलाइन‘ पर ‘विद्यार्थी‘ टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम मशीन) भी स्वदेशी कॉटन मिल से टनल निर्माण करते हुए झकरकटी स्टेशन पहुंच चुकी है और जल्द ही ‘ड्रैगिंग प्रक्रिया’ पूरी होने के बाद यहां से कानपुर सेंट्रल तक टनल निर्माण करेगी। आज यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारियों संग झकरकटी और कानपुर सेंट्रल समेत कॉरिडोर-1 के स्टेशनों का दौरा किया और निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
विदित हो कि कानपुर मेट्रो के कॉरिडोर-1 में ’नाना’ और ’तात्या’ टीबीएम मशीनों के बाद वर्तमान में ‘आजाद‘ और ‘विद्यार्थी‘ टीबीएम मशीनों द्वारा टनलिंग का कार्य किया जा रहा है। इन मशीनों ने सर्वप्रथम कानपुर सेंट्रल से नयागंज के बीच दोनों लाइनों (‘अप-लाइन‘ और ‘डाउनलाइन‘) पर लगभग 1250 मीटर लंबे टनल का निर्माण पूरा किया था। इसके बाद इन दोनों मशीनों को नयागंज स्थित रिट्रीवल शाफ्ट से बाहर निकाल कर स्वदेशी कॉटन मिल के निकट लॉन्चिंग शाफ्ट से कानपुर सेंट्रल की दिशा में लॉन्च किया गया था।
एक-दूसरे से कुछ दिनों के अंतराल पर बढ़ते हुए दोनों मशीनों ने दोनों लाइनों (‘अप-लाइन‘ और ‘डाउनलाइन‘) पर पहले ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन तक लगभग 330 मीटर और फिर झकरकटी स्टेशन तक लगभग 720 मीटर टनल का निर्माण पूरा किया। झकरकटी स्टेशन से अब ये मशीनें दोनों लाइनों पर कानपुर सेंट्रल तक आखिरी 940 मीटर लंबे स्ट्रेच पर टनल का निर्माण करेंगी।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा कि, ‘‘कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत लगभग 8.60 किमी लंबे अंडरग्राउंड सेक्शन में चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज, कानपुर सेंट्रल, झकरकटी और ट्रांसपोर्ट नगर, कुल 7 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं।
कानपुर मेट्रो पहले ही चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक अंडरग्राउंड स्टेशनों का निर्माण कार्य पूरा कर चुकी है। इसके आगे ‘आजाद‘ और ‘विद्यार्थी‘ टीबीएम मशीनों द्वारा स्वदेशी कॉटन मिल के निकट स्थित रैंप एरिया से ट्रांसपोर्ट नगर और झकरकटी स्टेशन होते हुए जमीन के अंदर ही अंदर कानपुर सेंट्रल तक टनल निर्माण का कार्य प्रगति पर है।