तबियत बिगड़ने के कारण महापौर ने सदन की बैठक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई
Kanpur । बजट के लिए सदन की हुई बैठक में मनमाने तरीके से बढ़ाए गए गृहकर का मुद्दा उठने और महापौर की तबियत खराब होने के कारण सदन स्थगित होने से बजट लटक गया। महापौर ने 25 सितंबर को बैठक बुलाई है।सदन शुरू होते ही अपर नगर आयुक्त प्रथम आवेश खान ने जैसे ही एजेंडे के प्रस्ताव संख्या एक के तहत बजट पर चर्चा शुरू करने की घोषणा की, तभी कांग्रेस पार्षद दल के नेता सुहेल अहमद ने कहा कि बजट से पहले गृहकर पर चर्चा करें।
जनता परेशान है। मनमाने तरीके से 2008 तक से गृह कर और उसे पर भी ब्याज लगाकर वसूली की जा रही है। इससे जनता परेशान है। पिछले वित्तीय वर्षों से थोपा जा रहा बढ़ा हुआ गृहकर और उसे पर लगाया जा रहा ब्याज वापस होना चाहिए। इसका भाजपा पार्षद धीरेन्द्र त्रिपाठी ने समर्थन किया।भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित भी बढ़े गृह कर का विरोध करते हुए ब्याज माफ करने की मांग की।
यह भी कहा कि यदि नगर निगम अपने स्तर से ब्याज माफ नहीं कर सकता तो इसके लिए शासन को पत्र भेजें और उसमें उल्लेख करें कि नगर निगम ने 2022 से टैक्स बढ़ाया,पर उसकी वसूली 2016 से ब्याज सहित की जा रही है इसलिए 2022 से पूर्व में लगाया गया ब्याज माफ किया जाए।कार्रवाई के दौरान महापौर की तबीयत बिगड़ी उन्होंने कहा कि वह व्रत है सुबह वी पी शुगर की दवा खाना शायद भूल गई है।
इसी वजह से तबीयत खराब हो रही है। सीधे डॉक्टर के पास जाना है। इस वजह से उन्होंने परसों तक के लिए सदन की बैठक स्थगित कर दी गई।मनमाने हाउस टैक्स को लेकर बुधवार को सपा व कांग्रेस पार्षदों की बैठक बुलाई गई है।