Kanpur ।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कानपुर में संगठन की मजबूत नींव रखने वाले भाजपा के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय गोपाल अवस्थी के निधन से पूरे भाजपा परिवार में शोक की लहर है। नगर में भाजपा के वटवृक्ष को तैयार करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसे संगठन आज भी श्रद्धा से स्मरण करता है।
1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के विरोध में गोपाल अवस्थी जी ने सक्रिय भूमिका निभाई और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल भी गए। उनके इसी अदम्य साहस, संघर्ष और राष्ट्रनिष्ठा के सम्मान में आज उन्हें लोकतंत्र सेनानी के रूप में श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा अंतिम विदाई के समय गॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया।दोपहर 1 बजे भगवत दास घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे से उन्हें ओढ़ाकर भावपूर्ण अंतिम विदाई दी। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों ने नम आंखों से अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।भाजपा नेताओं ने इसे अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि गोपाल अवस्थी जी का जीवन, संघर्ष और संगठन के प्रति निष्ठा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और दुख की इस घड़ी में परिवार को संबल दे।

उनके निधन पर भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, सांसद रमेश अवस्थी, विधायक नीलिमा कटियार, सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, जिला अध्यक्ष अनिल दीक्षित, शिवराम सिंह, पूर्व मंत्री बालचंद्र मिश्रा,पूर्व जिला अध्यक्ष दीपू पांडे,अनूप अवस्थी, आनंद राजपाल अनुराग शर्मा,पूनम कपूर सहित सैकड़ों भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनके योगदान को याद किया।


