Kanpur: देश के सबसे पुराने टेस्ट क्रिकेट सेंटर में एक ग्रीनपार्क स्टेडियम भले ही तमाम कमियों के चलते आलोचकों के निशाने पर रहता हो लेकिन पिछले दस दिनों से देश की सबसे बड़ी शहरी क्रिकेट लीग का सफल आयोजन कर इस स्टेडियम में ने एक बार फिर साबित कर दिया कि विश्व फलक पर इसका कोई सानी है।
सरकार-प्रशासन-यूपीसीए ने शुरू की पहल
पिछले वर्ष भारत-बंगलादेश टेस्ट मैच के दौरान सी बालकनी का जर्जर होना, मैदान में ड्रेनेज सिस्टम का न होना, लाल मिट्टी की पिच का न होना जैसी तमाम कमियां आलोचकों के द्वारा गिनायी गयी। टेस्ट मैच में दो दिन बारिश की भेंट चढ़ने के बावजूद भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में एतिहासिक जीत हासिल कर आलोचकों को करारा जवाब दिया था। खैर मैच के बाद इस मैदान की कमियों को भी दूर करने पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मिलकर ग्रीनपार्क की ऐतिहासिक धरोहर को संजोने के लिए नए सिरे से डिजाइन तैयार कर लिया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह काम भी शुरू हो जायेगा।
डा. संजय कपूर बने प्रेरणा स्त्रोत
कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा देश में सबसे बड़ी क्रिकेट लीग कराने का जब ऐलान हुआ तो ग्रीनपार्क में एक बार फिर सभी को खामियां नजर आने लगी लेकिन केसीए चेयरमैन डा.संजय कपूर ने एक बार फिर सभी कमियों को दरकिनार करते हुए कानपुर प्रीमियर लीग का ऐसा भव्य आयोजन कराया कि पूरा देश इसे देखकर स्तब्ध है। अंतरराष्ट्रीय मैच समिति, वेन्यूू डायरेक्ट, मीडिया मैनेजर जैसे अहम पदों पर काबिज डा. कपूर ने ग्रीनपार्क को विश्व फलक पर चमकाने का जो बीड़ा उठाया है, उसकी जितनी भी तारीफ की जाये कम है। केपीएल का भव्य आजोन कर उन्होंने दिखा दिया कि यदि इरादे मजबूत हो तो नामुमकिन काम भी कैसे मुमकिन बनाया जा सकता है।
रंग लाई पिच क्यूरेटर शिवकुमार की मेहनत
ग्रीनपार्क मैदान की बात करेंं तो केपीएल से ठीक पहले यूपीसीए के सीनियर पिच क्यूरेटर शिवकुमार ने यहां का मोर्चा संभालते हुए काली मिट्टी की ऐसी पिचेंं तैयार की कि खुद पूर्व भारतीय क्रिकेटर व कमेंट्रेटर चेतन शर्मा भी इसके वेरिएशन की तारीफ करते नहीं थके। केपीएल में कुल 18 मैच होने हैं। 17 मैचों के रिपोर्ट कार्ड पर नजर डाले तो यहां एक पारी में 200 का आंकड़ा तो पार हुआ ही साथ ही चौकों-छक्कों की भी जमकर बारिश हुई। 17 मैचों में यहां 5126 रन, 407 चौके, 234 छक्के, दो शतक, 23 अर्द्शतक, 4 शतकीय व 25 अर्द्धशतकीय साझेदारी, 224 विकेट गिरे, जो यहां की पिच को 100 प्रतिशत नंबर देते हैं क्योंकि ऐसे आंकड़े देश के बडे़-बड़े सेंटर में भी नहीं देखने को मिलते।
Kanpur: एक बार फिर विश्व फलक पर चमका अपना ग्रीनपार्क
